गाजियाबाद रेलवे ट्रैक बदलने के लिए गाजियाबाद जंक्शन का प्लेटफार्म नंबर एक माहभर के लिए बंद रहेगा

गाजियाबाद रेलवे ट्रैक बदलने के लिए गाजियाबाद जंक्शन का प्लेटफार्म नंबर एक माहभर के लिए बंद रहेगा। रेलवे की ओर से ब्लाक मिलने के बाद इसकी तारीख तय की जाएगी। वाशेबल एप्रेन हटाकर बैलास्ट (पत्थर) युक्त ट्रैक बिछाया जाएगा ताकि जरूरत पर यहां से लोडेड (लदी हुई) मालगाड़ी गुजारी जा सके।

ट्रैक बदलने को पूरे माह बंद रहेगा गाजियाबाद जंक्शन का प्लेटफार्म नंबर एक


गाजियाबाद: रेलवे ट्रैक बदलने के लिए गाजियाबाद जंक्शन का प्लेटफार्म नंबर एक माहभर के लिए बंद रहेगा। रेलवे की ओर से ब्लाक मिलने के बाद इसकी तारीख तय की जाएगी। वाशेबल एप्रेन हटाकर बैलास्ट (पत्थर) युक्त ट्रैक बिछाया जाएगा, ताकि जरूरत पर यहां से लोडेड (लदी हुई) मालगाड़ी गुजारी जा सके। रेलवे अधिकारियों ने इसका प्रस्ताव बनाकर मुख्यालय भेज दिया है। अधिकारियों का कहना है कि आने वाले हफ्ते में ब्लाक सेंक्शन होने की उम्मीद है। इसके बाद इस प्लेटफार्म को बंद कर 687 मीटर लंबे ट्रैक को बदला जाएगा। क्यों पड़ी जरूरत : पहले सभी ट्रेन में ओपन टायलेट होते थे। ट्रेन के प्लेटफार्म पर रुकने के दौरान भी कई यात्री शौचालय का इस्तेमाल करते हैं, जिससे ट्रैक गंदा हो जाता था। इसीलिए सभी प्लेटफार्म के ट्रैक से पत्थर हटाकर वाशेबल एप्रेन लगाए गए थे। पत्थर हटने से इन ट्रैक की भार सहन करने की क्षमता कम हो जाती थी। इनसे सिर्फ यात्री ट्रेन और खाली मालगाड़ी ही गुजारी जाती थी। अब सभी ट्रेनों में बायो टायलेट हैं, जिससे ट्रैक पर गंदगी नहीं होती। इसीलिए रेलवे वाशेबल एप्रैन हटाकर बैलास्ट युक्त ट्रैक बिछा रही है। प्रभावित होंगे यात्री : गाजियाबाद जंक्शन के छह में पांच प्लेटफार्म के ट्रैक बदले जा चुके हैं। सिर्फ प्लेटफार्म नंबर एक का ट्रैक ही बाकी है। नया ट्रैक बिछने के बाद प्लेटफार्म नंबर एक से भी लोडेड मालगाड़ी गुजारी जा सकेगी। प्लेटफार्म एक के बंद होने से बड़ी संख्या में यात्री प्रभावित होंगे। इसकी वजह है कि प्लेटफार्म नंबर एक और दो एक साथ हैं। दिल्ली से चलने वाली अधिकांश ट्रेन गाजियाबाद जंक्शन के इन्हीं दोनों प्लेटफार्म पर रुकती हैं। रेलवे ने स्लीपर और नई पटरी डलवा दी है। काम शुरू होने पर प्लेटफार्म एक की ट्रेनों को प्लेटफार्म दो व तीन से गुजारेंगे। ऐसे में 30 दिन तक इन दोनों प्लेटफार्म पर यात्रियों का दबाव बढ़ जाएगा।