रांची में सीएम हेमंत सोरेन के काफिले को जबरन रोककर लोगों ने किया हमला, बचाने में थानेदार समेत कई घायल

ओरमांझी में दुष्कर्म के बाद युवती की हत्या करने के मामले में सोमवार शाम किशोरगंज चौक पर जमकर बवाल हुआ। इस दौरान लोगों ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के काफिले को जबरन रोक लिया। काफिले पर लोगों ने हेलमेट और डंडे फेके। इस दौरान यहां आधे घंटे तक अफरातफरी मची रही। बाद में मुख्यमंत्री को रूट बदलकर आवास तक ले जाया गया। हमले में थानेदारा भी जख्मी हो गए। उन्हें मेडिका में भर्ती कराया गया है। थानेदार के अलावा भी कई जवानों को चोट लगी है।

सूचना मिलने के बाद रांची रेंज के डीआईजी और एसएसपी मौके पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली। चौक चौराहों पर तैनात पुलिसकर्मियों से पूछताछ की गई। चौक पर बवाल होने के बाद सैकड़ों लोग मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने सभी को अपने अपने घर भेजा और स्थिती को सामान्य किया। 

ओरमांझी की घटना के विरोध में सैकड़ों लोगों ने किशोरगंज चौक जाम कर दिया। लोगों ने आधे घंटे तक यहां बवाल मचाया। कई गाड़ियों में तोड़फोड़ की गई। बैरिकेडिंग को क्षतिग्रस्त कर दिया गया। बीच बचाव करने आए पुलिसकर्मियों के साथ भी लोगों ने बदसलूकी की । पुलिस को लोगों के साथ कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। सड़क जाम करने में हिंदू संगठन के कई सदस्य समेत सैकड़ों महिलाएं शामिल थी। इसी दौराना सीएम का काफिला  पहुंच गया। इसके बाद लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया। सीएम के काफिले में शामिल पेट्रोलिंग गाड़ी को लोगों ने घेर लिया और हमला कर दिया। पुलिसकर्मियों ने किसी तरह से सीएम को बड़ा तालाब की ओर से निकाला। 

दिन भर चला सर्च अभियान नहीं मिल पाया सिर
ओरमांझी पुलिस ने सोमवार को पूरे इलाके में युवती के सिर को खोजने का प्रयास करती रही लेकिन कोई सुराग नहीं मिल पाया। घटना स्थल पर एफएसएल और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची लेकिन कोई अहम सुराग नहीं मिल पाया। सीसीटीवी फुटेज में भी पुलिस को कोई सुराग नहीं मिला। कॉल डंप का डिटेल निकालकर पुलिस अपराधियों के सत्यापन का प्रयास कर रही है।  जिला के सभी थानेदारों से मिसिंग युवतियों की रिपोर्ट ली गई लेकिन युवती की पहचान नहीं हो पाई। कोई भी परिवार सोमवार को बरामद शव का पहचान करने के लिए सामने नहीं आया। 

यातायात थानेदार हुए जख्मी मेडिका में हुए भर्ती
सड़क जाम कर रहे लोगों को शांत कराने में यातायात थानेदार नवल किशोर गंभीर रुप से जख्मी हो गए हैं। उनहें मेडिका अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों के अनुसार उसकी स्थिति ठीक है। थानेदार अपने बल के साथ सड़क पर उतरे हुए लोगों को हटा रहे थे। इसी बीच वह भीड़ की चपेट में आ गए। थानेदार के अलावा भी कई जवानों को चोट लगी है। हरमू रोड जाम होने की वजह से शाम छह बजे से लेकर रात नौ बजे तक वाहनों की लंबी कतार लगी रही। लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। किशोरगंज में बवाल होने के बाद वहां फोर्स बढ़ा दी गई। जिला के सभी थानेदारों को अलर्ट कर दिया गया कि वह अपने अपने क्षेत्र में नजर रखें। सड़क जाम कर रहे लोगों की मांग थी की युवती के हत्यारों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए। राजधानी में अपराध की घटनाएं बढ़ गई हैं। इसके बाद भी पुलिस लोगों की सुरक्षा के लिए कुछ नहीं कर रही है।