नए साल का तोहफा: तीन महीने में यूपी के 7.29 लाख गरीबों के पास होगा अपना घर

नया साल 2021 राज्य के 7.29 लाख गरीब ग्रामीण जो छप्पर जैसे कच्चे मकानों में या फिर जैसे-तैसे गुजारा कर रहे हैं, इनके लिए तोहफे लेकर आया है। इन परिवारों के पास महज तीन माह में अपना घर होगा। प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत इनके अपने घर का सपना साकार होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आवास निर्माण की पहली किश्त उनके खातों में ट्रांसफर करेंगे। 

ग्राम्य विकास विभाग इन आवासों के लिए पात्र लाभार्थियों के चयन में जुटा हुआ है। 6.18 लाख पात्र लाभार्थियों का चयन कर लिया गया है। शेष का चयन अगले दो-चार दिनों में पूरा हो जाएगा। ग्राम्य विकास विभाग के अपर मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह के मुताबिक पात्र लाभार्थियों के खातों में आवास निर्माण के लिए पहली किश्त ट्रांसफर करने का काम मकर संक्रांति के दिन करने की तैयारी है।

किश्त की धनराशि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लाभार्थियों के खाते में डालेंगे। लाभार्थियों से बातें भी करेंगे। इस कार्यक्रम की तैयारी की जा रही है। सबसे अधिक 5.52 लाख आवास प्रधानमंत्री गरीब कल्याण रोजगार योजना में शामिल राज्य के 31 जिलों के लाभार्थियों को मिलेंगे। शेष बचे आवास राज्य के शेष 44 जिलों में लाभार्थियों को दिए जाने हैं।  

हर लाभार्थी को पहली किश्त के रूप में मिलेंगे 40 हजार रुपये

प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत प्रत्येक लाभार्थी को आवास निर्माण के लिए कुल 1.20 लाख रुपये दिए जाते हैं। तीन किस्तों में क्रमश: 40, 70 और 10 हजार रुपये दिए जाने का प्राविधान है। पात्र लाभार्थी परिवार को मनरेगा योजना से 90 दिन काम करने का मौका भी दिया जाता है। मनरेगा से लाभार्थी करीब 18 हजार रुपये की कमाई करता है। आवास निर्माण का काम पूरा तीन माह में पूरा हो जाता है। 

लाभार्थी को रसोई गैस व बिजली कनेक्शन भी

आवास बनने के साथ ही सरकार लाभार्थी को रसोई गैस के साथ ही बिजली का कनेक्शन भी मुहैया कराती है। यदि शौचालय नहीं है तो शौचालय बनाने का पैसा भी सरकार अलग से देती है। गरीबों के कल्याण की अन्य योजनाओं का लाभ भी लाभार्थियों को मिलता है।