बर्ड फ्लू का संकट: ..तो 100 रुपये किलो हो जाएगा चिकन और खड़ा मुर्गा 30 रुपये
bird flu chicken egg   ap file photo

लॉकडाउन के बाद धीरे-धीरे गति पकड़ रहे मांस और अंडे का व्यवसाय में पिछले तीन दिन से देश के कुछ राज्यों से बर्ड फ्लू की खबरें आने के बाद कमी आई है। कई शहरों में बुधवार को थोक में मुर्गा 120 से 90 रुपये प्रतिकिलो पर आ गया। फुटकर में इसकी कीमत 180 से घटकर 150 रुपये हो गई। अगर स्थिति जल्द काबू में नहीं आई तो एक अनुमान के मुताबिक जिंदा मुर्गा 30 से 40 रुपए और मांस 100 रुपए प्रति किलो से नीचे आ सकते हैं। 

कहां-कहां लगा चिकन की बिक्री पर बैन

आगर देश का पहला जिला बन गया है, जिसने मौजूदा बर्ड फ्लू संकट के बाद चिकन की बिक्री पर रोक लगाई है। यहां बुधवार को 77 कौवे और 8 बगुले मृत मिले थे। इससे पहले मालवा और इंदौर में भी बड़ी संख्या में कौवे मरे हुए मिले थे। वहीं, हिमाचल प्रदेश में कांगड़ा जिले में एवियन फ्लू की पुष्टि के बाद 4 सब डिविजन को सील कर दिया गया है और इलाके में अंडा, मीट, पोल्ट्री उत्पादों और मछलियों की बिक्री रोक दी गई है। पुशपालन विभाग के अनुसार बर्ड फ्लू अभी चार राज्यों में 12 स्थानों पर फैला है। चकन-ब्रायलर में इसके मिलने की पुष्टि नहीं हुई है।

कोरोना काल में अफवाह ने तोड़ दी थी कमर

बता दें पिछले साल जनवरी माह से सोशल मीडिया में पक्षियों में कोरोना होने की अफवाह के चलते लोगों ने चिकन,मटन, अंडे खाना बंद कर दिया था। एक अनुमान के मुताबिक पोल्ट्री उद्योग को चारे के रूप में मक्का, बाजरा, सोयाबीन आदि को उत्पादन करने वाले किसानों को 35 हजार करोड़ का नुकसान हुआ था, जबकि पोल्ट्री उद्योग 65 हजार करोड़ का नुकसान हुआ था। 

गाजीपुर मंडी में 60 रुपये किलो पर आया चिकन

एशिया की सबसे बड़ी मंडी गाजीपुर मंडी में दो दिन पहले 90 से 105 रुपये किलो बिक रहा था, लेकिन बर्ड फ्लू की खबरें आते ही अब चिकन की डिमांड कम हो गई है। 6 जनवरी को चिकन 80 रुपये पर आ गया था और आज 7 जनवरी को 60 रुपये किलो बिक रहा है।

वाराणसी का हाल

पिछले दो दिन से मांग में कमी आने से थोक में 1250 रुपए पेटी (एक पेटी में 210 अंडा) घटकर अंडे की कीमत 1100 रुपए पेटी हो गया है। फुटकर यह पहले सात रुपये प्रतिपीस था, जो अब छह रुपये हो गया है। उन्होंने कहा कि अभी यूपी में बर्ड फ्लू की पुष्टि नहीं हुई, लेकिन अलर्ट जारी होने के बाद लोग अब धीरे-धीरे इससे दूरी बनाने लगे हैं।

लखनऊ का हाल

लखनऊ के चौक, नक्खास, टूड़ियागंज, आलमबाग सहित अन्य मुर्गा मंडियों में रोजाना 10 हजार टन माल आता है, पर बर्ड फ्लू के डर के कारण चिकन दुकानों पर पहुंचने वाले ग्राहकों की संख्या काफी कम हो गई। बुधवार को मुश्किल से करीब छह हजार टन का माल बिक सका। आलम यह है कि पहले जो सप्लायर प्रतिदिन 15 से 20 कुंतल चिकन सप्लाई करते थे। वह अब दो दिनों से आठ से 10 कुंतल माल ही बेच पा रहे हैं। 

मुर्गा 180 से घटकर 140 रुपये किलो हो गया

चौक के चिकन कारोबारी मो. मोहसीन ने बताया कि बर्ड फ्लू के कारण मुर्गे के दामों में काफी गिरावाट आई है। पिछले दो दिनों से लोग चिकन खरीदने से परहेज कर रहे हैं। एक जनवरी तक थोक बाजार में जिंदा मुर्गे की कीमत 102-106 रुपये प्रतिकिलो थी, लेकिन अब 78-80 रुपये प्रतिकिलो हो गई है। बीमारी लंबी खिंची तो ये दाम 50 रुपये प्रतिकिलो तक गिर जाएंगे। वहीं फुटकर बाजार में 180 रुपये प्रतिकिलो से घटकर 140 रुपये प्रतिकिलो हो गया है।

अंडे पर भी बर्ड फ्लू की मार

लखनऊ मंडल में करीब 45 पोल्ट्री फार्म है। ये सर्वाधिक मलिहाबाद, फैजाबाद रोड, देवा रोड, बाराबंकी क्षेत्र में हैं। यहां रोजाना करीब 4.75 लाख अंडों का उत्पादन होता है। कारोबारियों के मुताबिक लखनऊ में रोजाना 2.50 लाख अंडों की खपत होती है, जो पिछले 24 घंटे में घटकर 1.35 लाख हो गई है। 

क्या होता है बर्ड फ्लू

बर्ड फ्लू कई तरह के होते हैं लेकिन एच-5एन-1 एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस है जो इंसानों को संक्रमित करता है। बर्ड फ्लू प्रवासी जलीय पक्षियों खासतौर से जंगली बतख से फैलता है। ये पालतू मुर्गियों में आसानी से फैल जाता है। ये बीमारी संक्रमित पक्षी के मल, नाक के स्राव, मुंह के लार या आंखों से निकलने वाली पानी के संपर्क में आने से होती है। संक्रमित पक्षियों के संपर्क में आने वाले जानवर और इंसान इस वायरस से आसानी से संक्रमित हो जाते हैं।

लक्षण

  • पूरी तरह से सांस न ले पाना।
  • खांसी की दिक्कत होना।
  • कफ का बनना और जमा होना।
  • सिर मे दर्द बने रहना।
  • उल्टी का एहसास होना।
  • बुखार आने के साथ शरीर अकड़ना।
  • शरीर में दर्द बने रहना।
  • थोड़ा काम करने पर थकान आ जाना।
  • पेट में दर्द होना।

बचाव

  • घर में पालतू पक्षियों को न रखें
  • मौजूदा समय में खुले बाजार या छोटी जगहों से मांस की खरीदारी न करें।
  • संक्रमण से बचने के लिए हाथों को लगातार धोते और सेनेटाइज करते रहें।
  • पक्षियों के संपर्क में आने से बचें।
  • बर्ड फ्लू वायरस का प्रभाव दिखने पर 48 घंटे के अंदर डाक्टरी सलाह पर तुरंत दवा लें।