छापा मारकर रेलवे ग्रुप-डी परीक्षा में नकल कराते साल्वर गैंग के छह लोगों को किया गिरफ्तार

क्लू टाइम्स, सुरेन्द्र कुमार गुप्ता 9837117141

रेलवे ग्रुप डी परीक्षा में नकल कराने वाले छह लोग गिरफ्तार

मेरठ, प्रवीण सरीन। STF Arrest Solver Gang स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने गाजियाबाद जिले के मुरादनगर स्थित आरडी इंजीनियरिंग कालेज में छापा मारकर रेलवे ग्रुप-डी परीक्षा में नकल कराते साल्वर गैंग के छह लोगों को गिरफ्तार किया है। आरडी इंजीनियरिंग कालेज को रेलवे भर्ती परीक्षा के लिए सेंटर बनाया गया था। छह माह से कई चरणों में यहां परीक्षा चल रही थी। प्रश्‍न पत्र हल कराने के लिए एक छात्र से तीन से पांच लाख रुपये वसूले जा रहे थे। एसटीएफ ने मुरादनगर थाने में मुकदमा दर्ज कराकर सभी आरोपित पुलिस को सौंप दिए।


ऐसे सामने आया मामला  

रिजर्व पुलिस लाइंस में बुधवार को आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में एसटीएफ के एसपी ब्रिजेश सिंह ने बताया कि गाजियाबाद के मुरादनगर थाने के दुहाई में स्थित आरडी इंजीनियरिंग कालेज में लैब टेक्नीशियन के माध्यम से नकल कराने का मामला सामने आया था।

एसटीएफ की टीम ने मारा छापा

एसटीएफ की टीम ने मंगलवार को छापा मारकर गैंग के सरगना आशीष कुमार पुत्र देशवीर सिंह निवासी ग्राम कुरडी बागपत, विपिन पुत्र नाहर सिंह निवासी मोरटा थाना मुरादनगर गाजियाबाद, रूपक उर्फ रेवती शरण व नेत्रपाल पुत्रगण सुभाष चंद निवासी ब्रिज बिहार कालोनी थाना मुरादनगर, प्रदीप पंवार पुत्र शीशपाल निवासी ग्राम चंदहेडी थाना बुढ़ाना मुजफ्फरनगर और सचिन मलिक पुत्र जयसिंह निवासी बखरवा थाना मोदीनगर को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि तीन आरोपित जयवीर, अंकित और कपिल मौके से भागने में कामयाब हो गए है। उनकी तलाश को दबिश डाली जा रही है। पकड़े गए आरोपितों जयवीर और अंकित हल प्रश्न पत्र मुहैया कराते थे। उसके बाद सभी लोग परीक्षा केंद्र के अंदर हल प्रश्नपत्र को पहुंचाने का काम करते थे।

व्हाट्सएप पर भेजते थे हल प्रश्न पत्र

आरोपित आशीष ने बताया कि साथी कपिल पुत्र ईश्वर निवासी बेगमाबाद गढी थाना दोघट बागपत व उसका साला प्रदीप पंवार ने मिलकर हरियाणा के जयवीर सिंह और छपरौली बागपत के अंकित से रेलवे ग्रुप डी का प्रश्न पत्र हल कराया। जयवीर और अंकित परीक्षा शुरू होने के आधे घंटे बाद आशीष और कपिल के व्हाट्सएप पर हल प्रश्न पत्र को भेजते थे। उसके बाद हल प्रश्न पत्र को विपिन और रूपक के माध्यम से परीक्षा केंद्र के अंदर पहुंचाया जाता था। 

बाथरूम में रख दिए हल प्रश्नपत्र

रूपक का कालेज में पावर सप्लाई का काम है। उसके कई लोग कालेज में काम करते हैं। रूपक अपने स्टाफ सचिन मलिक के माध्यम से हल प्रश्नपत्र को परीक्षा कक्ष तक पहुंचा देता था। रूपक का नेटवर्क इतना बड़ा था कि दो दिन पहले तो उसने हल प्रश्न पत्र को बाथरूम में रखवा दिया था। जहां से सचिन बताए गए अभ्यर्थियों तक पहुंचा देता था। इसके लिए सचिन को एक प्रश्न पत्र के 50 हजार रुपये दिए जाते थे।

टीसीएस में एग्जीक्यूटिव है रूपक का भाई

रूपक का भाई नेत्रपाल रेलवे की उक्त परीक्षा आयोजित करा रही कंपनी टीसीएस में एग्जीक्यूटिव का कार्य करता है, उसकी ड्यूटी परीक्षा केंद्रों पर लगती रहती हैं। उसके माध्यम से भी हल प्रश्न पत्र अभ्यर्थियों तक पहुंचाया जाता था। मंगलवार को नेत्रपाल की ड्यूटी आरडी इंजीनियरिंग कालेज में थी। नेत्रपाल ने अपने साथ ड्यूटी कर रहे एक अन्य कर्मचारी को भी गिरोह में शामिल होने को कहा था लेकिन उसने इन्कार कर दिया।