क्या आपने भी घर में लगाई हैं पितरों की तस्वीरें? वास्तु शास्त्र के अनुसार रखें इन 5 बातों का ध्यान

 क्लू टाइम्स, सुरेन्द्र कुमार गुप्ता 9837117141

क्या आपने भी घर में लगाई हैं पितरों की तस्वीरें? वास्तु शास्त्र के अनुसार रखें इन 5 बातों का ध्यानहिंदू पौराणिक कथाओं में कहा गया है कि हमारे पूर्वज पितृ पक्ष में हमें आशीर्वाद देने और हमारी समस्याओं का समाधान करने के लिए धरती पर आते हैं। हिंदू धर्म में पितृपक्ष के दौरान सभी अपने पूर्वजों को याद करते हैं और उनके लिए पिंडदान, श्राद्ध आदि क्रिया कर्म का पालन करते हैं। पितृ पक्ष अब शुरू हो चुका है और 25 सितंबर 2022 तक चलेगा। अपनों के गुजर जाने के बाद हम उनके फोटो को आशीर्वाद के तौर पर या उनकी याद में घर में लगाते हैं। पूर्वजों की तस्वीरें घर में लगाने से पहले कुछ बातें जानना बहुत जरूरी है। आइए जानते हैं-


पूर्वजों की तस्वीरें दीवार पर न लटकाएं

वास्तु शास्त्र के अनुसार घर की दीवार पर पितरों का चित्र नहीं लगाना चाहिए। इन्हें हमेशा लकड़ी के स्टैंड पर रखना चाहिए।

पितरों की सीमित फोटो ही लगाएं

वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में पितरों की अधिक फोटो नहीं लगानी चाहिए। पूर्वजों की तस्वीरें उन जगहों पर नहीं लगानी चाहिए जहां हर कोई उन्हें बार-बार देखेगा। वास्तु शास्त्र के अनुसार पितरों की तस्वीरें देखने से घर में नकारात्मकता बढ़ती है।

भगवान और पूर्वजों की तस्वीरें एक साथ नहीं लगाएं

वास्तु शास्त्र के अनुसार पितरों और देवताओं के चित्र अलग-अलग स्थानों पर रखना चाहिए। इन दोनों की तस्वीरें अपने घर में पूजा स्थल पर रखने से आपके जीवन में परेशानी आ सकती है इसलिए पितरों के चित्रों को पूजा स्थल से दूर रखें।

इस स्थान पर पितरों के चित्र न लगाएं

वास्तु शास्त्र के अनुसार पितरों के चित्र कभी भी घर के मध्य में, रसोई घर में और शयन कक्ष में नहीं लगाने चाहिए। इस स्थान पर चित्र लगाने से घर की शांति भंग होती है।

पूर्वज का फोटो किस दिशा में होना चाहिए

वास्तु शास्त्र के अनुसार पितरों की तस्वीर को लेकर कुछ नियम कानून बनाएं गए हैं। शास्त्र के मुताबिक पूर्वजों की तस्वीर के लिए उत्तर दिशा की दीवार सबसे उत्तम मानी गई है। वहीं धार्मिक शास्त्रों की बात करें तो दक्षिण दिशा को पितरों की दिशा माना गया है। माना जाता है कि पितरों की तस्वीर को कभी भी जीवित व्यक्ति के साथ नहीं लगानी चाहिए, इससे उनका जीवन छोटा हो जाता है।