गंगनहर घाट के पास 35 हजार केवीए क्षमता की विद्युत लाइन का तार टूटकर गिर गया. श्रद्धालुओं को करंट लगा, खड़ी बाइक में आग

 क्लू टाइम्स, सुरेन्द्र कुमार गुप्ता 9837117141

बाइक पर टूट कर गिरा तार। जागरण।
मुरादनगर, पंकज सब्बरवाल । बिजली विभाग की लापरवाही से शनिवार को गंगनहर घाट के पास 35 हजार केवीए क्षमता की विद्युत लाइन का तार टूटकर गिर गया। उस वक्त लाइन में करंट दौड़ रहा था। इसके चलते गंगनहर में स्नान कर कर रहे कई श्रद्धालुओं को भी करंट लगा। जबकि, वहां खड़ी एक बाइक में भी आग लग गई। गनीमत रही कि कुछ क्षण में करंट चला गया अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था।

गंगनहर के घाट पर हुआ हादसा

गंगनहर के घाट के पास से 35 हजर केवीए क्षमता की विद्युत लाइन गुजर रही है। शनिवार दोपहर को खंभे के पास एक चिंगारी उठने के बाद तार टूटकर नीचे गिर गया। गंगनहर के पानी में इस कारण करंट दौड़ गया। उस वक्त गंगनहर में हजारों श्रद्धालु स्नान कर रहे थे। उनको जैसे ही करंट लगा तो चीखपुकार मच गई। कुछ ही क्षण में करंट चला गया, लेकिन श्रद्धालु दहशत में आ गए।

घाट के किनारे खड़ी बाइक में लगी आग

तार घाट के किनारे खड़ी श्रद्धालु की एक बाइक पर गिरा तो उसमें आग लग गई। करंट जाने की पुष्टि होने के बाद आग को किसी तरह बुझाया गया। इस बारे में जैसे ही जानकारी बिजली विभाग को दी गई तो हड़कंप मच गया। आनन फानन में वे मौके पर पहुंच गए। उन्होंने तार को एकत्र करके जोड़ने का काम शुरू कर दिया। श्रद्धालुओं ने बिजली कर्मियों को खूब खरी खोटी सुनाई। लोगों का कहना था कि शुक्र यह भी है कि यह हादसा एक दिन पहले गणेश विसर्जन के दिन नहीं हुआ, अन्यथा बड़ी घटना मुरादनगर में हो जाती। शुक्रवार को वहां लाखों लोग पहुंचे थे।

कई बार अंडरग्राउंड कराने की की जा चुकी हैं मांग

मंदिर समिति की ओर से कई बार घाट के आसपास की लाइन को अंडरग्राउंड करने के लिए बिजली विभाग के उच्चाधिकारियों को दिया जा चुका है। उनका कहना है कि मंदिर व घाट के आसपास सामान्य दिनों में हजारों, सैकड़ों लोग रहते हैं। यह एक बड़ा पर्यटन स्थल दिल्ली एनसीआर के लोगों के लिए बना हुआ है। इसके बावजूद इस तरफ किसी का कोई ध्यान नहीं है। शायद विभाग को किसी बड़े हादसे का इंतजार है। इस बारे में बिजली विभाग के एक्सइएन ब्रहमानंद का कहना है कि तार कैसे टूटकर गिरा, इसकी जांच कराई जा रही है।