छह कोच की दूसरी रैपिड रेल 10 सितंबर तक गाजियाबाद के दुहाई डिपो पहुंच जाएगी

क्लू टाइम्स, सुरेन्द्र कुमार गुप्ता 9837117141

गाजियाबाद, आशीष वाल्डनछह कोच की दूसरी रैपिड रेल अगले चार दिन यानी 10 सितंबर तक गाजियाबाद के दुहाई डिपो पहुंच जाएगी। यह गुजरात के सांवली एलस्ट्रोम प्लांट से रवाना हो चुकी है और मंगलवार की शाम को हरियाणा पहुंच गई थी। इसके बाद साहिबाबाद से दुहाई तक के प्राथमिकता खंड के लिए और भी रेल जल्द ही मिलने की उम्मीद है। इस खंड में कुल 13 रेल चलाई जानी हैं। इनमें से पहली जून में आ चुकी थी। इसके तकनीकी परीक्षण चल रहे हैं।



सभी रेल कोच सांवली प्लांट में तैयार किए जा रहे हैं। पहले कोच का निर्माण 15 जुलाई 2021 को शुरू हुआ था। इसे 11 माह के रिकॉर्ड समय में तैयार किया गया था। दूसरे ट्रेन सेट को तैयार करने में करीब 14 माह का समय लगा है। पहले खंड के लिए बाकी 11 रैपिड रेल का तेजी से निर्माण शुरू हो चुका है। नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (एनसीआरटीसी) के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पुनीत वत्स का कहना है कि प्राथमिकता खंड में दूसरी रैपिड रेल को सड़क मार्ग से दुहाई डिपो लाया जा रहा है। पहले खंड में बाकी बचे कार्य को तेज गति से पूरा करने में इंजीनियरों और कर्मचारियों की टीम दिनरात जुटी हुई है।
मिट्टी के बोरे रखकर होगा भार क्षमता का परीक्षण
फिलहाल दुहाई डिपो में पहली रेल के सभी उपकरण, तकनीकी प्रणालियों का परीक्षण किया जा रहा है। आने वाले दिनों में ट्रेन की भार क्षमता के परीक्षण के लिए कोच के अंदर मिट्टी के बोरे रखकर परीक्षण किया जाएगा। तकनीकी परीक्षण के लिए डिपो में इंटरनल-बे लाइन तैयार हो चुकी है। डिपो में 11 स्टेबलिंग लाइन, दो वर्कशॉप लाइन, तीन इंटरनल-बे लाइन (आईबीएल), एक हेवी इंटरनल क्लीनिंग लाइन के साथ एक वर्कशॉप और एक इंटरनल-बे लाइन का काम अंतिम चरण में है। डिपो में ही रैपिड रेल के प्रशासनिक भवन में मुख्य कमांड एंड कंट्रोल सेंटर होगा
मार्च 2023 में पहले खंड में दौड़ेंगी 13 रैपिड रेल
दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ तक प्रस्तावित 82 किमी लंबे रैपिड रेल कॉरिडोर में कुल 30 ट्रेनें दौड़ेंगी। साहिबाबाद से दुहाई तक पहले खंड पर रैपिड रेल का संचालन मार्च 2023 में शुरू होगा। पहले खंड में छह कोच की 13 रैपिड रेल का संचालन होगा। दुहाई डिपो में एक साथ 13 ट्रेनों को खड़ा करने की व्यवस्था की गई है। बाकी 17 ट्रेन मेरठ के मोदीपुरम में बन रहे डिपो में खड़ी की जाएंगी। प्राथमिकता खंड में छह कोच की रेल चलेंगी। 82 किमी. का कॉरीडोर पूरा हो जाने पर नौ कोच वाली रेल भी चलेंगी।