गणेश पूजा का हुआ शुभारंभ, मुंबई में दिखी लाल बाग के राजा की पहली झलक

क्लू टाइम्स, सुरेन्द्र कुमार गुप्ता 9837117141

Lalbaugcha Raja
पिछले 2 सालों में कोरोना महामारी की वजह से यह बेहद साधारण तरीके से मनाया गया था। लेकिन एक बार फिर से इस बार गणेश उत्सव के दौरान लालबाग के राजा की धूमधाम से पूजा होगी। फिलहाल सभी कोरोना पाबंदियों को हटा लिया गया है। जिसका अर्थ यह है कि इस बार गणेश उत्सव पूरे उत्साह के साथ मनाया जा सकता है।आपको बता दें कि मुंबई का सबसे प्रसिद्ध पंडाल लाल बाग का राजा है। यह गणेश पंडाल है जहां श्रद्धालु भक्ति भाव से पूजा अर्चना करने पहुंचते हैं। यहां वीवीआइपी भी काफी बड़ी संख्या में पहुंचते हैं। हर समय इस पंडाल को नए अवतार में सजाया जाता है। पुराना महामारी की वजह से 2020 और 2021 के समय ऑनलाइन तरीके से ही लोगों ने लाल बाग के राजा के दर्शन किए थे। लेकिन इस बार श्रद्धालु पंडाल में जा सकते हैं और नजदीक से पूजा भी कर सकते हैं। यही कारण है कि इस बार मुंबई में सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त भी किए गए हैं। यहां भारी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। बताया जाता है कि पिछले 8 दशक से यहां की पूजा काफी लोकप्रिय है।


देशभर में गणेश महोत्सव का शुभारंभ हो चुका है। पूरे देश में गणेश उत्सव धूमधाम से मनाया जाता है। लेकिन महाराष्ट्र में इस दौरान गजब का उत्साह देखने को मिलता है। इसी कड़ी में आज लाल बाग के राजा की पहली झलक भी सामने आ गई है। आपको बता दें कि मुंबई में गणेश पूजा के दलाल लाल बाग के राजा की पूजा होती है। मुंबई में लाल बाग के राजा की भव्य पूजा होती है। पिछले 2 सालों में कोरोना महामारी की वजह से यह बेहद साधारण तरीके से मनाया गया था। लेकिन एक बार फिर से इस बार गणेश उत्सव के दौरान लालबाग के राजा की धूमधाम से पूजा होगी। फिलहाल सभी कोरोना पाबंदियों को हटा लिया गया है। जिसका अर्थ यह है कि इस बार गणेश उत्सव पूरे उत्साह के साथ मनाया जा सकता है।

आपको बता दें कि 31 अगस्त से गणेश चतुर्थी की शुरुआत हो रही है। लेकिन आज से ही इसको लेकर जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है। लाल बाग के राजा की झलक सामने आते ही मुंबई में गणेश उत्सव की शुरुआत हो गई है। हर घर में गणेश की प्रतिमा रखी जाती है। लोग आदर से पूजा अर्चना करते हैं। लगभग 11 दिनों तक इस उत्सव को मनाया जाता है। हर साल लाल बाग के राजा के दर्शन करने मशहूर हस्तियां पहुंचते हैं। 1934 से लगातार यहां मूर्ति स्थापित की जा रही है।