पैरों में जलन को हल्के में लेने की ना करें गलती, हो सकता है कई गंभीर बीमारियों का संकेत

 क्लू टाइम्स, सुरेन्द्र कुमार गुप्ता 9837117141

burning sensation feet

अमूमन यह देखने में आता है कि लोग पैरों में जलन की समस्या को बहुत ही हल्के में लेते हैं और उसे इग्नोर करते हैं। जबकि यह तंत्रिका क्षति का एक संकेत हो सकता है। कई चिकित्सीय स्थितियां पैरों में जलन पैदा कर सकती हैं, मधुमेह सबसे आम है।


जब कभी व्यक्ति बहुत अधिक थकान का अनुभव करता है या फिर बहुत अधिक चलता है तो उसे पैरों में दर्द के साथ-साथ जलन का अहसास भी होता है। यह दर्द व जलन कुछ वक्त के लिए होता है, जो खुद ब खुद दूर हो जाता है। लेकिन अगर ऐसा बार-बार होता है, तो व्यक्ति को सतर्क होने की आवश्यकता होती है। अमूमन यह देखने में आता है कि लोग पैरों में जलन की समस्या को बहुत ही हल्के में लेते हैं और उसे इग्नोर करते हैं। जबकि यह तंत्रिका क्षति का एक संकेत हो सकता है। कई चिकित्सीय स्थितियां पैरों में जलन पैदा कर सकती हैं, मधुमेह सबसे आम है। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको बता रहे हैं कि पैरों में जलन के संभावित कारण क्या हो सकते हैं-

शराब के सेवन के कारण

शराब के सेवन से तंत्रिका क्षति हो सकती है, जिसके परिणामस्वरूप पैरों में जलन हो सकती है। इसलिए, अगर आप अल्कोहल का सेवन करते हैं तो उसे आज ही सीमित करें।

किडनी की बीमारी

जब किडनी डैमेज हो जाती हैं, तो शरीर से अपशिष्ट ठीक तरह से फ़िल्टर नहीं हो पाते हैं। जिसके परिणामस्वरूप नर्व्स सिस्टम पर भी असर पड़ता है और व्यक्ति को पैरों में जलन होती है।

एथलीट फुट

यह एक फंगल संक्रमण है जो सबसे पहले पैर की उंगलियों के बीच रैशेज के रूप में प्रकट होता है। रैशेज के कारण पैरों में जलन हो सकती है। 

हाइपोथायरायडिज्म

इस स्थिति में, थायरॉयड ग्रंथि पर्याप्त हार्मोन का उत्पादन नहीं करती है और व्यक्ति को पैरों में जलन की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। 

बैरिएट्रिक सर्जरी के बाद

बेरिएट्रिक सर्जरी के कुछ हफ्ते बाद, कुछ लोगों को अपने पैरों में जलन का अनुभव होता है। यह गैस्ट्रिक बाईपास के बाद विटामिन बी के सही तरह से अवशोषण ना होने के कारण हो सकता है।

डायबिटीक न्यूरोपैथी 

कई बार मधुमेह भी पैरों में जलन का कारण बन सकता है। इसके कारण नर्व डैमेज हो जाता है और व्यक्ति को बार-बार पैरों में जलन की शिकायत होती है।