गाजियाबद में ट्रैफिक नियम तोड़ते ही कटेंगे धड़ाधड़ चालान, होने जा रहा ये बदलाव

क्लू टाइम्स, सुरेन्द्र कुमार गुप्ता 9837117141

अभी तक पुलिस की नजर पड़ने पर रूल तोड़ने वाले का चालान काटा जाता था। लेकिन अब नो हेलमेट डिटेक्शन के लिए शहर में 112 सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे।

उत्तर प्रदेश में ट्रैफिक नियमों को लेकर लगातार सख्ती बरती जा रही है। इसी कड़ी में अब गाजियाबाद में भी ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। ये कैमरे शहर के विभिन्न इलाकों में लगाए जाएंगे। जिनकी क्षमता छह से ज्यादा स्पीड डिटेशन रडार वाली होगी। ऐसे में यदि कोई व्यक्ति ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करता है तो ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रिकॉगनिशन (एएमपीआर) कैमरे से उस वाहन को आसानी से पकड़ लिया जाएगा। साथ ही यदि तय मानकों से तेज स्पीड में वाहन चलाने पर भी उन्हें इन कैमरों के जरिए आसानी से पकड़ा जा सकेगा। साथ ही बिना हेलमेट दोपहिया वाहन चलने पर चालान कटना तय है।
122_cctv_camera_will_be_installed_in_ghaziabad.jpg112 सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे
बता दें कि अभी तक पुलिस की नजर पड़ने पर रूल तोड़ने वाले का चालान काटा जाता था। लेकिन अब नो हेलमेट डिटेक्शन के लिए शहर में 112 सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। इसके अलावा दोपहिया वाहनों पर ट्रिपल राइडिंग करने वालों को पकड़ने के लिए दो कैमरे अतिरिक्त लगाए जाएंगे। जबकि यातायात नियम तोड़ने वालों का विस्तृत ब्योरा रखने के लिए एविडेंस रिकॉर्डिंग कैमरा लगेगा। आपको बता दें कि इस प्रोजेक्ट के तहत शहर के प्रमुख चौराहों और तिराहों पर रेड लाइट वाइलेशन डिटेक्शन जंक्शन बनाए जाएंगे।

बनाया जाएगा ट्रैफिक कमांड सेंटर

इसके अलावा शहर के अंदर आने वाले व्यावसायिक, ट्रक, चार पहिया और दो पहिया वाहनों पर नजर रखने को 110 हाई रिज्यॉल्यूशन ट्रैफिक सर्विलांस और 300 व्हीकल डिटेक्शन सीसीटीवी कैमरा लगेंगे। 111 स्थानों, तिराहों व चौराहों पर हाई क्षमता के 265 सीसीटीवी लगाए जाएंगे। सूत्रों के मुताबिक, आईटीएमएस का ट्रैफिक कमांड सेंटर बनेगा। जिसमें 70-70 इंच की 16 स्क्रीन लगाई जाएंगी। रेड लाइट वाइलेशन डिटेक्शन (आरएलवीडी) जंक्शन, 82 ट्रैफिक सिग्नल जक्शन और 28 स्थानों को सर्विलांस जक्शन भी बनाया जाएगा।