'संगठन बड़ा या सरकार?' , सरकार और संगठन के बीच समन्वय का कोई विवाद नहीं: योगी आदित्यनाथ

क्लू टाइम्स, सुरेन्द्र कुमार गुप्ता 9837117141

मुख्यमंत्री की उपस्थिति में निवर्तमान अध्यक्ष स्वतंत्रदेव ने भूपेंद्र सिंह को सौंपा कार्यभार।
लखनऊ, चन्द्रप्रकाश गोविल। 'संगठन बड़ा या सरकार?' कुछ शब्दों को पकड़कर कई दिन से खड़े किए जा रहे इस मुद्दे को मंच पर चढ़ते ही भाजपा के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने रौंद दिया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में सरकार और संगठन के सभी वरिष्ठजन के सामने उन्होंने पहले ही दिन स्पष्ट कह दिया कि सरकार और संगठन के बीच समन्वय का कोई विवाद नहीं है।

संगठन के एजेंडे पर ही सरकार काम कर रही है। विपक्षी दलों के पास रह गईं 14 समेत सभी लोकसभा सीटें 2024 में जीतने का संदेश कार्यकर्ताओं को दिया तो साथ में यह सीख भी कि दृढ़ता से काम करने पर सफलता में कोई बाधा नहीं बन सकता। उदाहरण अपना सुनाया कि विश्व हिंदू परिषद के बाद भाजपा में भी उनके बहुत विरोधी थे, फिर भी जिलाध्यक्ष, क्षेत्रीय अध्यक्ष और अब प्रदेश अध्यक्ष बन गए।

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प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने के बाद भूपेंद्र सिंह सोमवार को शताब्दी एक्सप्रेस से पहली बार राजधानी पहुंचे। चारबाग रेलवे स्टेशन पर सरकार के वरिष्ठ मंत्री और संगठन पदाधिकारियों ने उनकी अगवानी की। ढोल-नगाड़ों और पुष्प वर्मा के बीच जगह-जगह स्वागत कार्यक्रम हुए। मंच पर सबसे पहले मुख्यमंत्री ने पटका पहनाकर उनका स्वागत किया।


केंद्रीय नेतृत्व का आभार जताते हुए चौधरी ने कहा- मुझे यह दायित्व मिला है तो यह कार्यकर्ताओं की ही ताकत है। सामने खड़े पसीने से लथपथ कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ाते हुए बोले कि भाजपा में कोई मैरिट तय नहीं होती। मंच की ओर इशारा करते हुए बोले कि यहां बैठे लोगों ने कोई तीर नहीं मारा। आप सबने पार्टी को शिखर पर पहुंचाने के लिए बहुत काम, बहुत मेहनत की है, लेकिन भाग्य हमारा है तो क्या करें? सतत मेहनत का फल मिलने का संदेश अपना उदाहरण सुनाते हुए दिया।

कहा- 'दुर्भाग्य से मेरे मित्र बहुत रहे। विश्व हिंदू परिषद में 90 प्रतिशत आलोचक थे। भाजपा में जिलाध्यक्ष बने तो सारी भाजपा विरोध में तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष राजनाथ सिंह के पास चली गई, लेकिन उन्होंने किसी की नहीं सुनी। फिर क्षेत्रीय अध्यक्ष बनाए जाने पर भी विरोध हुआ, लेकिन तब के अध्यक्ष सूर्यप्रताप शाही ने विरोध के बावजूद क्षेत्रीय अध्यक्ष बनाया। मैं लगातार काम करता रहा और अब केंद्रीय नेतृत्व ने प्रदेश अध्यक्ष भी बना दिया।'

चौधरी ने कहा कि नई जिम्मेदारी पर पत्रकारों ने सवाल किया कि सरकार और संगठन में समन्वय कैसे बनाएंगे। मेरा कहना है कि हमारे एजेंडे पर ही सरकार काम कर रही है। हम ही तो सरकार बनाएंगे। गांव, गरीब की सेवा, भ्रष्टाचार पर प्रहार। संगठन की विचारधारा पर चल रही सरकार शैक्षिक और सामाजिक रूप से समाज को सबल बना रही है।

प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह जैसे कार्यकर्ताओं को तपस्वी और जीवन समर्पित करने वाला बताते हुए सभी को साथ लेकर चलने का विश्वास दिलाया। कहा कि 2024 में लोकसभा चुनाव है और उससे पहले निकाय चुनाव। हमें सभी जीतनी हैं, काेई नहीं छोड़नी। आजमगढ़ और रामपुर जीत ली है। अब बची 14 के लिए भी रणनीति बनाकर जीत लेंगे। इसके बाद औपचारिक रूप से निवर्तमान प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह ने नए अध्यक्ष को कार्यभार सौंपा।