मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दौरे के लिए चमकाए गए शहर का नजारा 24 घंटे में ही बदला

क्लू टाइम्स, सुरेन्द्र कुमार गुप्ता 9837117141


गाजियाबाद, आशीष वाल्डन । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दौरे के लिए चमकाए गए शहर का नजारा 24 घंटे में ही बदल गया। रात-दिन चल रहा गड्ढे भरने का काम रविवार को थम गया। शुक्रवार और शनिवार को जिन सड़कों पर दिन में तीन बार झाड़ू लगी, रविवार को उनसे कचरा तक न उठाया गया। दो दिन निर्बाध मिली बिजली ने भी अपना रंग दिखा दिया और दिन में कई बार कटौती के झटके दिए। इतना ही नहीं। अतिक्रमण मुक्त कराए गए चौराहों पर फिर से ऑटो और ई-रिक्शा वालों का कब्जा हो गया।

सीएम शनिवार की शाम को रवाना हुए। इसी के साथ सरकारी मशीनरी आराम की मुद्रा में आ गई। सीएम के दौरे के लिए तय किए गए रूट पर दिन-रात चल रहा गड्ढा भरने का काम बंद हो गया। कर्मचारी मशीनों को ले गए। मुख्यमंत्री जल निगम के गेस्ट हाउस में ठहरे थे। इसके आसपास रेलिंग और डिवाइडर पर खूबसूरत पौधों के गमले रखवाए गए थे। सीएम के जाते ही इन्हें उठवा लिया गया।
रेलिंग की रंगाई और पुताई का काम भी थम गया। रविवार को कविनगर और पुराना बस अड्डा, गोविंदपुरम में कचरे के ढेर नजर आए। पुराने बस अड्डे और नया बस अड्डा मेट्रो स्टेशन के सामने ऑटो-ई रिक्शा चालकों का सड़कों पर कब्जा रहा।
संतोष मेडिकल कॉलेज प्रताप विहार के पास पसरी मिली गंदगी
घंटाघर के पास सड़क किनारे पड़ा मिला कूड़ा
गोविंदपुरम में सदरपुर रोड पर नहीं हुई सफाई
कविनगर सर्विस लेन और पुराना बस अड्डा पेट्रोल पंप के पास मिले गंदगी ढेर

अस्पताल में पड़ा रहा कचरा
मुख्यमंत्री के आगमन के दौरान अस्पतालों में शनिवार को विशेष तैयारी की गई थी। अस्पतालों की धुलाई-सफाई से लेकर नई चादरें और नए बेड तक लगा दिए गए। मुख्यमंत्री के जाने के बाद रविवार को सब कुछ अस्त-व्यस्त रहा। इमजेंसी में जो नए बेड लगाए गए थे वह तो नए थे लेकिन अस्पताल के बाहर गंदगी का आलम था। डस्टबिन भरे पड़ थे और वार्ड के सामने गंदगी का ढेर लगा मिला। एमएमजी के वार्ड में भी कहीं नए तो कहीं पुरानी चादरें बिछी मिलीं।
सभी क्षेत्रों में रविवार को भी नियमित सफाई कराई गई है। कुछ स्थान ऐसे हैं जहां से कूड़ा उठाने के कुछ देर बाद ही लोग फिर से लाकर कचरा डाल देते हैं। कूड़ा न उठाए जाने की शिकायत नहीं मिली है।
 - डॉ. मिथिलेश कुमार, नगर स्वास्थ्य अधिकारी
अस्पताल में हर रोज अलग-अलग रंग की चादरें बिछाई जाती हैं। शनिवार को अलग चादरें बिछाई गई थीं रविवार को गेरुए रंग की चादरें थी। कूड़ा क्यों नहीं उठाया गया, इसके बारे में संबंधित से पूछताछ की जाएगी।
मनोज चतुर्वेदी, सीएमएस, एमएमजी