ब्रम्हाण्ड में उपलब्ध अनमोल वस्तुएं, उनका निर्माण नहीं कर सकते

क्लू टाइम्स, सुरेन्द्र कुमार गुप्ता 9837117141

मोदीनगर. विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस है। ब्रम्हाण्ड में उपलब्ध अनमोल वस्तुएं जिनको हम उपयोग में तो लाते हैं परंतु वर्तमान के कलयुग में कल कारखानों में उनका निर्माण नहीं कर सकते।

हाँ अपने श्रम से प्राकृतिक घटकों के साथ उनका संवर्धन कर सकते हैं। क्षितिज जल पावक गगन समीरा पंच तथा मिली बने शरीरा।

जीवितावस्था में पांचों तत्वों के आधार से हम स्वस्थ व अस्वस्थ जीवन जीते हैं। अर्थात आज हमने विकास के नाम पर दोहन व प्रदूषित करने का कार्य किया है।

बार-बार हम यही तो निवेदन करते हैं कि स्वच्छता से वायु का शुद्धिकरण करें, यदि कट ही गये हैं पेड़ तो और लगाइए सुख,दुःख, स्मृति में, जन्म दिन पर,अवसर जाने न दें। एक पौधा औषधीय, फलदार, फलदार,छायादार लगा ही लीजिये।पानी की शुद्धता पर गौर कीजिए।

प्रकृति और पुरुष एक ही मंजिल सहयात्री हैं।

अनिला सिंह आर्य