जानिए किन लोगों को नहीं करनी चाहिए साइकिलिंग

 क्लू टाइम्स, सुरेन्द्र कुमार गुप्ता 9837117141

cycling
अगर आपके घुटने या हाथ में चोट लग गई है तो आपको कुछ दिनों तक साइकिल चलाने से बचना चाहिए। किसी भी तरह की हाथ या घुटने की इंजरी होने पर खुद को कुछ दिनों के लिए ब्रेक दें। यूं तो साइकिलिंग करने से हाथ-पैरों की मसल्स मजबूत होती है।

जब भी बात फिटनेस की होती है, तो लोग कई तरह की अलग-अलग की एक्टिविटीज को अपने रूटीन में शामिल करते हैं। इन्हीं में से एक है साइकिलिंग। बच्चों से लेकर बड़ों तक को साइकिलिंग करना काफी अच्छा लगता है। यह ना केवल आपकी कैलोरी को बर्न करने में मदद करती है, बल्कि इससे आपकी स्टेमिना भी बढ़ता है व बॉडी की स्ट्रेथनिंग भी होती है। इतना ही नहीं, इससे दिमाग से लेकर मसल्स बिल्डअप तक में मदद मिलती है। हालांकि, हर किसी के लिए साइकिलिंग करना उचित नहीं माना जाता है, क्योंकि कुछ कंडीशन में साइकिलिंग करना आपके लिए हानिकारक हो सकता है। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको बता रहे हैं कि किन स्थितियों में आपको साइकिलिंग नहीं करनी चाहिए-


चोट लगने पर

अगर आपके घुटने या हाथ में चोट लग गई है तो आपको कुछ दिनों तक साइकिल चलाने से बचना चाहिए। किसी भी तरह की हाथ या घुटने की इंजरी होने पर खुद को कुछ दिनों के लिए ब्रेक दें। यूं तो साइकिलिंग करने से हाथ-पैरों की मसल्स मजबूत होती है। लेकिन अगर आपको इंजरी हुई है तो ऐसे में साइकिलिंग करने से आपके घुटनों पर विपरीत असर पड़ सकता है। वहीं, घुटने की समस्या या दर्द से पीड़ित व्यक्तियों को भी साइकिल नहीं चलानी चाहिए। 

ऑपरेशन होने पर 

चोट लगने की तरह ही ऑपरेशन होने पर भी तब तक साइकिल ना चलाने की सलाह दी जाती है, जब तक कि आप पूरी तरह से रिकवर नहीं हो जाते हैं। इसलिए किसी भी तरह के ऑपरेशन होने पर कुछ वक्त के लिए साइकिलिंग करना रोक दें। साथ ही डॉक्टर से लगातार संपर्क में रहें। वहीं, अगर आप दोबारा साइकिलिंग शुरू करने का मन बना रहे हैं, तो ऐसे में पहले डॉक्टर से इस विषय में सलाह अवश्य करें। उनकी सलाह के बाद ही आप कोई कदम उठाएं।

अस्थमा पीड़ित ना करें साइकिलिंग 

वहीं अगर किसी व्यक्ति को अस्थमा है तो उसके लिए भी साइकिलिंग करना हानिकारक हो सकता है। दरअसल, जब कोई व्यक्ति व्यायाम करता है, तो वे अधिक हवा में सांस लेते हैं, हृदय गति अधिक होती है जो अस्थमा को ट्रिगर कर सकती है।