अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर विशेष– योग और ज्योतिष

क्लू टाइम्स, सुरेन्द्र कुमार गुप्ता 9837117141

योग भी  सहायक है कुंडली की ग्रह स्तिथि सुधारने में– डॉ सोनिका जैन

योग का ज्योतिष से भी गहरा संबंध

ज्योतिष के हिसाब से देखा जाए तो हमारे जीवन में जो भी परेशानियां या खुशियां आती हैं वह कहीं ना कहीं कुंडली में ग्रहों की स्थिति की वजह से होती हैं। यानी ग्रहों की मजबूत स्थिति हमारे जीवन को आनंदमय बनाती है और कमजोर स्थिति जीवन में तमाम कष्ट पैदा करती है,  लेकिन क्या आप जानते हैं कि ग्रहों के योगासन के जरिए भी मजबूत बनाया जा सकता है और इससे शारीरिक, मानसिक व आंतरिक रुप से शांति मिलती है।

योग का ज्योतिष से भी गहरा संबंध है। चलिए आज हम आपको योगा दिवस के खास मौके पर कुछ ऐसे योगासन के बारे में बताएंगे जिनका संबंध नवग्रहों से माना जाता है, इन्हें करने से आप अपनी कुंडली में कमजोर ग्रह की स्थिति को मजबूत करके अपने लिए ग्रहों को अनुकूल बना सकते हैं ।

🌺सूर्य ग्रह मजबूत करने के लिए 🌺

कुंडली में सूर्य कमजोर होने से आत्मविश्वास में कमी होती है। इसके साथ ही एनिमिया, दिल संबंधी समस्याएं हो सकती है। सूर्य के दुष्प्रभावों से बचने के लिए और इसे मजबूत करने के लिए आप रोजाना सूर्य नमस्कार करें, ऐसा करने से शरीर के करीब करीब हर अंग की एक्सरसाइज हो जाती है इससे आपकी कुंडली में सूर्य मजबूत होता है। जिससे समाज में मान प्रतिष्ठा बढ़ती है और आपका वर्चस्व बढ़ता है।  इससे हार्ट अटैक, एनिमिया और कमजोर नर्वस सिस्टम आदि समस्या दूर होने में मदद मिलती है। साथ ही आपका शरीर भी फिट रहता है।

🌺चंद्रमा ग्रह मजबूत करने के लिए 🌺

जिन लोगों की कुंडली में चंद्रमा कमजोर होता है वे बेहद ही इमोशनल होते हैं। इसके साथ ही इनका स्वभाव में बार-बार बदलाव आता है। ये लोग सर्दी, खांसी आदि मौसमी बीमारियों की चपेट में भी जल्दी आते हैं। चंद्रमा को शुभ करने के लिए भस्त्रिका प्राणायाम करना चाहिए। इसके साथ ही इन्हें 'ओम' मंत्र का नियमित रुप से जप करना चाहिए।

🌺मंगल ग्रह मजबूत करने के लिए🌺 

जिन लोगों को हमेशा आलस व काम करने में मन ना लगने की परेशानी होती है उनका मंगल कमजोर होता है। कुंडली में मंगलदोष होने से व्यक्ति के मन से कामेच्छा भी हटने लगती है। ऐसे में वैवाहिक संबंधों में तनाव झेलना पड़ सकता है। मंगलदोष को दूर करने के लिए व्यक्ति को पद्मासन  योग करना चाहिए।इसके साथ ही मयूरासन और तितली आसन करने से भी फायदा मिलेगा। इससे शरीर में एक नई ऊर्जा का संचार होगा और मंगल के अशुभ प्रभाव दूर होंगे। 

🌺बुध ग्रह मजबूत करने के लिए 🌺

बुध के नाराज होने से व्यक्ति की निर्णय लेने की शक्ति कमजोर हो जाती है। ऐसे में उसका दिमाग ठीक से काम नहीं करता है। इसके अलावा इससे त्वचा संबंधी समस्याएं भी हो सकती है। कुंडली में बुध ग्रह को शुभ करने के लिए इन्हें भस्त्रिका प्राणायाम, बालासन और शीर्षासन करना चाहिए।

🌺गुरु ग्रह मजबूत करने के लिए 🌺

कुंडली में गुरु ग्रह कमजोर होने से कैरियर में बाधा आने लगती है। इसके साथ ही इन लोगों को मोटापा, डायबीटीज, लीवर और पेट संबंधी परेशानियां हो सकती है। ऐसे में इन लोगों को कुंडली में गुरु की अशुभ स्थिति को ठीक करने के लिए कपालभाति, सर्वांगासन व सूर्य नमस्कार करना चाहिए।

🌺शुक्र ग्रह मजबूत करने के लिए 🌺

शुक्र नाराज होने से व्यक्ति के यौग जीवन पर असर पड़ता है। इससे गर्भधारण करने में समस्याएं होती है। पुरुषों का शुक्र कमजोर होने से पुरुषत्व में कमी आने के साथ दांपत्य जीवन में तनाव बढ़ने लगता है। इससे छुटकारा पाने के लिए इन्हें धनुरासन, हलासन, त्रिबंध और मूलबंध प्राणायाम करना सही रहेगा। वहीं दूसरी ओर महिलाओं का शुक्र खराब होने से उन्हें पीरियड यानी मासिक धर्म संबंधी परेशानियां हो सकती है। इन्हें भुजंगासन, सेतुबंधासन और गरुड़ासन करने से लाभ मिल सकता है। 

🌺शनि ग्रह मजबूत करने के लिए 🌺

कर्म फल दाता शनिदेव के नाराज होने से अनिद्रा, मानसिक परेशानी, जोड़ों में दर्द, आर्थराइटिस की समस्या आदि हो सकती है। इसके साथ ही बिना कारण किसी केस में फंसने का खतरा रहता है। व्यक्ति के स्वभाव में चिड़चिड़ापन आने के साथ दांपत्य जीवन में तनाव बढ़ सकता है। ऐसे में इन लोगों को कुंडली में शनि ग्रह को शुभ करने के लिए भ्रामरी प्राणायाम, कपालभाति व मंडूकासन करना चाहिए ।

🌺राहु ग्रह मजबूत करने के लिए 🌺

कुंडली में राहु कमजोर होने से व्यक्ति को मानसिक रोग हो सकते हैं। राहु  दिमाग पर असर डालता है और उसे भ्रमित करता है,  सही निर्णय लेने से रोकता है, बेवजह डर को बढ़ाता है। इसे मजबूत करने के लिए व्यक्ति को रोजाना भ्रामरी प्राणायाम करना चाहिए।

🌺केतु ग्रह मजबूत करने के लिए🌺

केतु नाराज होने से व्यक्ति की त्वचा काली होने लगती है। इसके साथ पेट संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। कुंडली में केतु को शुभ करने के लिए शीर्षासन और कपालभाति योग करने से फायदा मिल सकता है।


डॉ सोनिका जैन

चेयरपर्सन – ज्योतिष ज्ञानपीठ