पीएम मोदी ने यूपी इन्वेस्टर्स समिट का किया उद्घाटन, बोले- रिकॉर्ड निवेश रोजगार के हजारों नए अवसर बनाएगा

  क्लू टाइम्स, सुरेन्द्र कुमार गुप्ता 9837117141

narendra modi
कार्यक्रम में आए निवेशकों से प्रधानमंत्री ने अपील करते हुए कहा कि मैं काशी का सांसद हूं इसलिए इतना चाहूंगा कि कभी समय निकालकर मेरी काशी देखकर आइए। काशी बहुत बदल गई है। उन्होंने कहा कि विश्व की ऐसी नगरी, अपनी पुरातन सामर्थ्य के साथ नए रंग-रूप में सज सकती है, ये उत्तर प्रदेश की ताकत का जीता-जागता उदाहरण है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज उत्तर प्रदेश के दौरे पर पहंचे हैं। मोदी ने इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में यूपी इन्वेस्टर्स समिट की ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी @ 3.0 का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उनके साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी मौजूद रहे। इस इन्वेस्टर्स समिट में कुमार मंगलम बिड़ला ने यूपी में 40 हजार करोड़ के निवेश का वादा किया तो वहीं गौतम अडाणी ने 70 हजार करोड़ इंवेस्ट करने का किया ऐलान किया। अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश की युवा शक्ति में वो सामर्थ्य है कि आपके सपने और संकल्पों को नई उड़ान, नई ऊंचाई देगा। उत्तर प्रदेश के नौजवानों का परिश्रम, सामर्थ्य, समझ, समर्पण आपके सभी सपने, संकल्पों को सिद्ध करके रहेगा।


कार्यक्रम में आए निवेशकों से प्रधानमंत्री ने अपील करते हुए कहा कि  मैं काशी का सांसद हूं इसलिए इतना चाहूंगा कि कभी समय निकालकर मेरी काशी देखकर आइए। काशी बहुत बदल गई है। उन्होंने कहा कि विश्व की ऐसी नगरी, अपनी पुरातन सामर्थ्य के साथ नए रंग-रूप में सज सकती है, ये उत्तर प्रदेश की ताकत का जीता-जागता उदाहरण है। मोदी ने कहा कि यूपी में 80 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा के निवेश से संबंधित समझौते यहां हुए हैं। ये रिकॉर्ड निवेश यूपी में रोजगार के हजारों नए अवसर बनाएगा। ये भारत के साथ ही उत्तर प्रदेश की ग्रोथ स्टोरी को बढ़ते दिखाता है। उन्होंने कहा कि दुनिया आज जिस भरोसेमंद साथी को तलाश रही है उस पर खरा उतरने का सामर्थ्य सिर्फ हमारे लोकतांत्रिक भारत के पास है। दुनिया आज भारत के potential को भी देख रही है और भारत की Performance की भी सराहना कर रही है।

मोदी ने कहा कि हम G20 अर्थव्यवस्थाओं में सबसे तेज़ी से Grow कर रहे हैं। आज भारत, Global Retail Index में दूसरे नंबर पर है। भारत, दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा Energy Consumer देश है। उन्होंने कहा कि बीते साल दुनिया के 100 से अधिक देशों से, 84 बिलियन डॉलर का रिकॉर्ड FDI आया है। भारत ने बीते वित्तीय वर्ष में 417 बिलियन डॉलर यानि 30 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का merchandise export करके नया रिकॉर्ड बनाया है। प्रधनामंत्री ने कहा कि हाल ही में केंद्र की एनडीए सरकार ने अपने 8 वर्ष पूरे किए हैं। इन वर्षों में हम Reform-Perform-Transform के मंत्र के साथ आगे बढ़े हैं। हमने Policy Stability पर जोर दिया है, कॉर्डिनेशन पर जोर दिया है, Ease of Doing Business पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि हमने अपने Reforms से एक राष्ट्र के रूप में भारत को मजबूती देने का काम किया है। वन नेशन वन टैक्स GST हो, वन नेशन वन ग्रिड हो, वन नेशन वन मोबिलिटी कार्ड हो, वन नेशन वन राशन कार्ड हो, ये प्रयास हमारी ठोस और स्पष्ट नीतियों का प्रतिबिंब हैं।

वहीं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय जगत में जिस तरह से हमारे देश की प्रतिष्ठा बढ़ी है तो इसका श्रेय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी को देना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत इज ऑफ डूइंग बिजनेस के मामले में कभी विश्व में 142वें नंबर पर था जो अब प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में 62वें नंबर पर आकर खड़ा हो गया है। रक्षा मंत्री ने कहा कि इससे पहले, विश्व मामलों पर भारत के रुख को गंभीरता से नहीं लिया जाता था। लेकिन आज भारत उस मुकाम पर पहुंच गया है जहां दुनिया हमारी बात ध्यान से सुनती है। उन्होंने कहा कि जनसंख्या के मामले में तो उत्तर प्रदेश भारत का सबसे बड़ा राज्य है। कौशल और संसाधनों के मामले में भी उत्तर प्रदेश किसी से कम नहीं है। मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि आप सभी को पूरा सहयोग योगी सरकार से प्राप्त होगा। 

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश छठवीं अर्थव्यवस्था से दूसरे स्थान पर जगह बनाई है। ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में भी प्रदेश ने देश में दूसरा स्थान हासिल किया है। उन्होंने कहा कि 2018 में प्रथम इन्वेस्टर समिट के समय हमें 4 लाख 68 हजार करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए थे। जिसमें से 5 वर्षों के दौरान 3 लाख करोड़ से अधिक के निवेश प्रस्ताव को जमीनी स्तर पर उतारने में हमें मदद मिली। उन्होंने कहा कि आज उत्तर प्रदेश के इस तीसरे ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में 80 हजार करोड़ रुपये की लागत से नई परियोजनाओं के कार्य को आगे बढ़ाने के दृश्य से ये कार्यक्रम यहां प्रारंभ हो रहा है।