क्लू टाइम्स, सुरेन्द्र कुमार गुप्ता। 9837117141
डग्गेमारी बस व उनके स्टैण्ड बंद कराने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों से मिला प्रतिनिधि मंडल
मेरठ. दिनांक 7.06.2022 को अवैध डग्गेमारी बसों का संचालन बंद कराने व मा. मुख्यमंत्री महोदय के आदेश के अनुपालन के सम्बन्ध में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी पश्चिमी उ.प्र. का एक प्रतिनिधि मण्डल मा0 जिलाधिकारी महोदय व वरिष्ठ पुलिस अधिक्षक, मेरठ से मिला। जिसमें क्षेत्रीय प्रबन्धक, भैंसाली डिपो, मेरठ व संभागीय परिवहन अधिकारी, मेरठ के द्वारा प्राथमिकी दर्ज कराने में किये गये खेल को वरिष्ठ अधिकारियों के समक्ष रखा गया।
प्रतिनिधि मंडल ने वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया कि कि मेरठ में एक गैंग द्वारा अवैध डग्गेमारी बस स्टैण्ड, मेरठ संचालित किया जा रहा है। आपके आदेश के अनुपालन में दर्जन भर अवैध रुप से रोडवेज रंग में डग्गेमारी करती हुई पकड़ी गई। पर ए.आर.एम. महोदय द्वारा सिर्फ 6 बसों के विरुद्ध दिनांक 31 मई 2022 को अज्ञात में प्राथमिकी सूचना नम्बर 0091, थाना सदर बाजार, मेरठ में दर्ज कराई गई थी। जबकि मौके पर तीन बसें संभागीय परिवहन कार्यालय (आर.टी.ओ. कार्यालय) में खड़ी है, जिनका नं. UP14 ST9765, UP15AT1422, UP14DT9757 तथा बाकी बसें भैंसाली डिपो की वर्कशाप में खड़ी है जिनका नम्बर UP14KT6888, UP15BT7522, UP12T1522, UP14AT5279, UP17-1327, UP15BT1479, UP11T2231, UP17T0191, UP13AT1360, UP14KT6566, UP14ET2182 है। उपरोक्त सभी बसे रोडवेज रंग में है व गंतव्य स्थान भी लिखे हुए है। ज्यादातार बसों का प्रदूषण, बीमा, फिटनैस व वैधता समाप्त हुए वर्षों गुजर चुके है। जबकि बस मालिकों का नाम गाड़ी के नम्बर डालते ही आन लाईन चैक हो जाता है, फिर भी प्राथिमिकी अज्ञात में क्यों दर्ज कराई गई। बसें पकड़े जाने के बावजूद और आपके सख्त आदेश होने के बावजूद आज भी इन अवैध डग्गेमारी बसों का संचालन किस प्रकार से सुचारु रुप से किया जा रहा है। इसमें बिना क्षेत्रीय प्रबन्धक, भैंसाली डिपो, एस.पी. यातायात, संभागीय परिवहन अधिकारी, मेरठ की मिलीभगत के सम्भव नहीं है। इसी प्रकार अंदेशा है कि अज्ञात में रिपोर्ट दर्ज कराकर व विवेचक से सांठ गांठ कर डग्गेमार गैंग को बचाने में बड़ा खेल किया जा सकता है।
प्रतिनिधि मंडल द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों से सरकार के राजस्व को चूना लगाने व भोली भाली जनता को भ्रमित कर यात्रा कराने वालों के बीच ठोस कार्यावाही करने की मांग की गई। इस सम्बन्ध में एक पत्र माननीय मुख्यमंत्री महोदय को भी उच्च स्तरीय जांच हेतु एक प्रेषित कर दिया गया है।
प्रतिनिधि मंडल में संदीप तितौरिया खटिक, सरदार अमनदीप सिंह, शरद तुरैहा, विपुल सिंह, दीपांशु, परविन्दर, जमालुद्दीन सैफी, मनिन्दर गुर्जर आदि शामिल रहे।
धन्यवाद सहित