क्लू टाइम्स, सुरेन्द्र कुमार गुप्ता। 9837117141
स्वास्थ्य चर्चा
गौक्षुरादि चूर्ण
आंकडो के अनुसार 10% से 15% लोग इनफर्टिलिटी से पीड़ित है और इसका काफी श्रेय हमारी आधुनिक जीवनशैली को जाता है।जंक फूड,गलत संगत, सिगरेट, शराब,चिंता आदि।
गौरक्षादी चूर्ण का उपयोग मूत्र विकारों, गुर्दे के रोगों एवं नपुंसकता जैसे रोगों में किया जाता है | इसके अलावा इसका उपयोग हृदय की पुष्टि के लिए एवं सुजन, सर दर्द, खांसी और अस्थमा जैसे रोगों में भी किया जाता है | इसके सेवन से शरीर में बल एवं वीर्य की वृद्धि होती है । वीर्य को गाढ़ा करता है।शरीर की ताक़त बढाता है |जल्द स्खलन को रोकता है।शुक्र की निर्बलता की समस्या में यह बहुत फायदेमंद है |यह औषधि उष्ण वीर्य वाली है एवं महिलाओं में होने वाले PCOD रोग में लाभदायक है,।यह चूर्ण गर्भाशय संबंधित विकारो को दूर करता है ।चक्कर आना,जोड़ो का दर्द,मानसिक कमजोरी आदि मे अति लाभकारी है. नई स्फूर्ति व ताकत का संचार करता है