पहली रैपिड ट्रेन के कोच उत्तर प्रदेश के बार्डर पर पहुॅचें

क्लू टाइम्स, सुरेन्द्र कुमार गुप्ता 9837117141

ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे के रास्ते दुहाई डिपो पहुंचेंगे रैपिड रेल के कोच

गाजियाबाद। अधिकतम 180 और औसतन 100 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से दौड़ने वाली पहली रैपिड ट्रेन के कोच उत्तर प्रदेश के बार्डर पर पहुंच गए हैं। इन्हें गुजरात के सावली स्थित प्लांट से लाया जा रहा है। रविवार को वह दुहाई स्थित राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम के डिपो में पहुंचेंगे।


यहां पर इनको जोड़कर रैपिड ट्रेन तैयार की जाएगी, जिसके बाद ट्रायल शुरू होगा। मार्च 2023 से साहिबाबाद से दुहाई के बीच और मार्च 2025 से सराय काले खां से मेरठ के बीच रैपिड ट्रेन का परिचालन शुरू होगा। इससे हजारों यात्रियों को राहत मिलेगी।

रैपिड ट्रेन के कोच अपने आकर्षक और आधुनिक डिजाइन के साथ रीजेनरेटिव ब्रेकिंग सिस्टम से युक्त हल्के वजन के और स्वचालित ट्रेन सुरक्षा (एटीपी), स्वचालित ट्रेन नियंत्रण (एटीसी) व स्वचालित ट्रेन संचालन (एटीओ) से संपन्न हैं। रीजेनरेटिव ब्रेकिंग सिस्टम आरआरटीएस ट्रेनों की एक महत्वपूर्ण विशेषता है, जो ब्रेक लगाने पर बिजली उत्पन्न करती है और ट्रेन सिस्टम के ओवरहेड ट्रैक्शन के माध्यम से बिजली इलेक्टि्रक ग्रिड में चली जाती है।

दुहाई डिपो में तैयारी पूरी

दुहाई डिपो में रैपिड ट्रेन के ट्रायल के लिए तैयारी पूरी हो गई है। डिपो में रेल लाइन बिछा दी गई हैं, वर्कशाप के लिए शेड तैयार हैं। रैपिड ट्रेनों के परीक्षण और रखरखाव के लिए दुहाई डिपो में 11 स्टेबलिंग लाइन, दो वर्कशाप लाइन, तीन इंटरनल-बे लाइन (आइबीएल) और एक हेवी इंटरनल क्लीनिंग (एचईसी) लाइन का निर्माण किया जा रहा है, जिनमें एक वर्कशाप और एक आइबीएल लाइन का निर्माण अंतिम चरण में हैं।

पुएनसीआरटीसी के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी नीत वत्स ने बताया कि रैपिड ट्रेन के कोच हरियाणा से होते हुए उत्तर प्रदेश के बार्डर पर पहुंच गए हैं। ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे के रास्ते उनको दुहाई डिपो में लाया जा रहा है। रविवार दोपहर बाद कोच यहां पर पहुंचेंगे।