क्लू टाइम्स, सुरेन्द्र कुमार गुप्ता। 9837117141

गर्मी के साथ लू के थपेड़ों से हर आयु वर्ग के लोगों की सेहत प्रभावित हो रही है। बच्चे, बुजुर्ग, महिलाओं के साथ ही युवाओं को गर्मी की वजह से दिन में ही चक्कर आ रहे हैं। कमजोरी और थकावट सता रही है। उल्टी-दस्त और बुखार होने पर संक्रामक रोगों के साथ कोरोना का डर दिमाग में घूमने लगता है। डायरिया के मरीजों की संख्या बढ़ने पर स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है। संक्रामक रोगों से बचाव एवं इलाज को लेकर दैनिक जागरण के मदन पांचाल ने जिला एमएमजी अस्पताल के वरिष्ठ फिजिशियन डा. संतराम वर्मा से विस्तृत बातचीत की। प्रस्तुत है
कुछ अंश : ओपीडी में रोज डायरिया के कितने और किस आयु वर्ग के मरीज पहुंच रहे हैं? . ओपीडी में रोज 50 से 200 मरीज डायरिया के पहुंच रहे हैं। दो से 10 वर्ष की उम्र के बच्चों की तबीयत अधिक खराब हो रही है। उल्टी, दस्त के साथ बुखार होने पर मरीजों को इमरजेंसी में भर्ती करके इलाज किया जा रहा है। 50 से 70 वर्ष की उम्र के पांच से 12 बुजुर्ग भी रोज भर्ती किए जा रहे हैं। गंभीर मरीजों को दिल्ली, नोएडा और मेरठ रेफर किया जा रहा है।
- लू, गर्मी और फूड प्वाइजनिग से क्या-क्या बीमारी हो सकती हैं और इनका बचाव कैसे हो सकता है? . अधिक देर तक धूप में काम करने और रहने से शरीर का तापमान बढ़ जाता है। हीट स्ट्रोक की संभावना बढ़ जाती है। इससे उल्टी, दस्त होने लगते हैं और पेट में दर्द होने की वजह से ब्लड प्रेशर कम और अधिक होने लगता है। बाजार का खाना खाने और जूस पीने से कई बार फूड प्वाइजनिग होने से जान जाने का खतरा तक रहता है। ऐसे में तुरंत नीबू की शिकंजी, ओआरएस का घोल अथवा उबले हुए पानी में नमक और चीनी मिलाकर पीने से स्थिति नियंत्रण में आ सकती है। लू और गर्मी से बचने को शरीर को कवर करने वाले कपड़े पहनने चाहिए। सिर को ढंककर ही बाहर निकलना चाहिए।
घर पर तबीयत बिगड़ने और अस्पताल लाने से पहले सुधार के लिए क्या करना चाहिए ? . किसी की घर पर तबीयत खराब होने की स्थिति में पानी को उबालकर ठंडा करके हर 10 मिनट के अंतराल पर एक गिलास पानी मरीज को पिलाना चाहिए। स्वच्छ पानी पीएं। ताजा खाना बनाएं और उसे ही खाएं। दो घंटे तक रसोईघर अथवा फ्रिज में रखे खाने का सेवन न करें। डायरिया होने पर कतई न घबराएं। उल्टी, पेट दर्द, बुखार और जी मिचलाने पर तुरंत सरकारी अस्पताल की इमरजेंसी में भर्ती कराना चाहिए। इसके लिए एंबुलेंस सेवा 24 घंटे निश्शुल्क उपलब्ध है। शहरी और देहात क्षेत्रों में तीन जिला अस्पतालों समेत 72 सरकारी अस्पतालों में मरीजों को भर्ती करने का इंतजाम है।
- कोरोना के नए वैरिएंट में क्या डायरिया के लक्षण भी सामने आ रहे हैं ? . मेडिकल सर्वे और अध्ययन में यह सामने आ रहा है कि कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन संक्रमितों में डायरिया भी एक लक्षण में शामिल है। अप्रैल और मई में 12 ऐसे मरीजों की कोरोना जांच कराने पर वे संक्रमित मिले लेकिन सभी तीन से पांच दिन में स्वस्थ हो गए। किसी को डायरिया के बारे में जानकारी अथवा मदद की जरूरत है तो वह मोबाइल नंबर 9350297916 पर 24 घंटे संपर्क कर सकते हैं।
डायरिया के लक्षण
पानी जैसा मल, पेट में ऐंठन होना, मतली और उल्टी, बुखार, निर्जलीकरण, भूख में कमी आदि।
डायरिया से बचाव के उपाय एक गिलास पानी में दो चम्मच शक्कर और चुटकी भर नमक और नींबू के रस की कुछ बूंदें मिलाकर मरीज को पिलाएं। कच्चे नारियल का पानी पिलाएं जिससे पोषक तत्व भी मिले और डायरिया से राहत भी। दाल का पानी, चावल का मांड, दही केला, हल्की चाय व हल्का पाचक भोजन दें।
इन बातों का रखे ध्यान - उल्टी, दस्त और बुखार की शिकायत पर तुरंत चिकित्सक की परामर्श लें
- डायरिया होने पर कतई न घबराएं
- पानी का खूब सेवन करें
- ताजा फल व सब्जियां खूब खाएं
- फ्रूट जूस का कतई सेवन न करें।
- कटे फल खाने से बचें।
- रसोई घर में साफ सफाई रखें और मक्खी न बैठने दें।
- धूप से बचने को शरीर को पूरा ढंककर रखें और बाहर निकलते समय छाता का उपयोग करें।
- पानी घर से साथ लेकर चलें
- एक घंटे के अंतराल पर पानी जरूर पीएं और नाश्ता, लंच व डिनर समय पर करें।
- खाली पेट न रहें। ऐसे में लू से तबीयत खराब हो सकती है।
- बच्चों और बुजुर्गों की सेहत की निगरानी जरूरी है
- 60 वर्ष से अधिक उम्र के बीमार लोगों को सतर्कता डोज जरूर लगवानी चाहिए।
-12-14 और 15-17 आयु वर्ग के किशोरों को टीका लगवाना चाहिए।
इन नंबरों पर फोन करके सलाह लें। सहायता मांगे और सहयोग करें। 01204186453 01202965798
01202965777 01202965799 01202829040