क्लू टाइम्स, सुरेन्द्र कुमार गुप्ता। 9837117141

मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश में भारतीय किसान यूनियन एक बार फिर बिखर गई है। किसानों के हित के लिए संघर्ष करने के लिए बनाई गई भारतीय किसान यूनियन इसके संस्थापक चौधरी महेन्द्र सिंह टिकैत की पुण्यतिथि पर एक और टूट हो गई है।
लखनऊ में रविवार को भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक ) संगठन की घोषणा हुई है। इस पर भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकट का कहना है कि किसानों के आंदोलन के दौरान गाजीपुर बार्डर पर कुछ लोगों ने किसानों के साथ विश्वासघात किया था। ऐसे लोगों के खिलाफ जांच की जा रही थी। इस जांच की भनक उन्हें लग गई और उन्होंने दूसरा संगठन बना लिया।
नरेश सिंह टिकैत ने कहा कि किसानों को धोखा देने वाले आस्तीन के सांप हैं, जिन्हें किसान माफ नहीं करेंगे। अब नया संगठन बना ही लिया है तो वह लोग भी किसान हित में कार्य करें। हम तो लगातार सरकार के विरोध में रहकर किसान हित में कार्य करते रहेंगे। वह सरकार के समर्थन में रहकर करें।
भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने कहा कि हो सकता है कि सरकार के दबाव में या कार्रवाई के डर से नया संगठन बनाया हो। दो दिन से हम उन्हें मनाने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन वे नहीं माने। हम किसानों की आवाज उठाते रहेंगे। उम्मीद है कि वह भी ऐसा ही करें। भले ही वह लोग सरकार से मिलकर काम करें।
भारतीय किसान यूनियन का मुख्यालय प्रदेश के मुजफ्फरनगर के सिसौली में है। यहीं से किसानों के हित में संघर्ष का बिगुल लगातार बजता है।