क्लू टाइम्स, सुरेन्द्र कुमार गुप्ता। 9837117141
जम्मू कश्मीर सरकार ने घोषणा की कि वीरता और सेवा के लिए दिए जाने वाले जम्मू कश्मीर पुलिस पदकों पर लगे शेख अब्दुल्ला के चित्र को हटाकर अब राष्ट्रीय प्रतीक चिह्न लगाया जाएगा। अब्दुल्ला नेशनल कॉन्फ्रेंस के संस्थापक और पूर्व मुख्यमंत्री थे। पदकों पर अशोक स्तंभ के चिह्न लगाने के बाबत गृह विभाग से आदेश जारी किये गए।
शेख अब्दुल्ला को उनके समर्थक 'शेर-ए-कश्मीर' नाम से बुलाते थे
दरअसल, नेशनल कॉन्फ्रेंस के संस्थापक और पूर्व मुख्यमंत्री शेख अब्दुल्ला को उनके समर्थक शेर ए कश्मीर नाम से बुलाते थे। नेशनल कॉन्फ्रेंस के संस्थापक और पूर्व मुख्यमंत्री शेख अब्दुल्ला को उनके समर्थक 'शेर-ए-कश्मीर' नाम से बुलाते थे। यह उपाधि शेख अब्दुल्ला की सबसे लोकप्रिय उपाधि थी और आम लोगों के बीच भी वह ज्यादातर इसी नाम से जाने जाते थे। 'शेर-ए-कश्मीर' के नाम पर राज्य भर में कई अस्पताल, स्टेडियम, सड़कें और कई अन्य इमारतें हैं।
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने सराहा
जम्मू कश्मीर भाजपा के प्रेसिडेंट रविंद्र रैना ने कहा कि राष्ट्र के लिए समर्पण भाव केलिए दिए जाने वाले गैलेंट्री अवॉर्ड के ऊपर आप हमारे देश का राष्ट्रीय चिन्ह, हमारे देश का प्रतीक प्रकाशित होगा। वो छपा होगा। इससे पहले पुलिस के बहादुर जवानों को उनकी बहादुरी के लिए जो गैलेंट्री अवॉर्ड फॉर मेरिटॉरियस सर्विस दिया जाता था उसके ऊपर जम्मू कश्मीर के एक नेता का चित्र होता था। रैना ने कहा कि चूंकि अब जम्मू कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश है और जम्मू कश्मीर के अंदर पुलिस के बहादुर जवानों को दिया जाने वाले गैलेंट्री अवॉर्ड फॉर मेरिटॉरियस सर्विस पर नेशनल एम्बल्म छपा होगा। हमारे देश का जो राष्ट्रीय चिन्ह है जिसमें सत्य मेव जयते लिखा है वो होगा। ये एक बहुत अच्छा फैसला है।