हनुमान जी #लंका जाते समय कोई सुविधा संसाधन साथ नहीं ले कर गए थे। सभी समस्याओं का समाधान धैर्य, संयम और विवेक से किया था। हमें किसी पर दोषारोपण करने के स्थान पर समाधान पर विचार करना चाहिए।
हम रहें न रहें पर देश रहेगा इसको ध्यान रखें अन्यथा रेशम के कीड़े की तरह स्वयं ही अपने बनाये जल में उलझ कर मर जाओगे