क्लू टाइम्स, सुरेन्द्र कुमार गुप्ता। 9837117141

गाजियाबाद। भीषण गर्मी का कहर जारी है। बढ़ती गर्मी के बीच बिजली की मांग तेजी के साथ बढ़ रही है। कोयले की कमी की वजह से उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में बिजली संकट पैदा हो गया है। जनपद में बिजली की मांग पिछले एक सप्ताह में 100 मेगावाट तक बढ़ गई है।
कोयले की कमी दूर नहीं हुई तो गांव और तहसील में बिजली कटौती शुरू होगी, जिसके बाद उद्योगों को भी बंद करना पड़ सकता है। तपती गर्मी और महंगाई के बीच बिजली संकट होने पर कटौती के लिए भी तैयार रहना होगा। जिले में अभी फिलहाल तो हालात नियंत्रण में हैं, लेकिन प्रदेश के दूसरे जनपदों से आ रही बिजली कटौती की खबरों ने यहां के लोगों की भी नींद उड़ाकर रख दी है।
संकट गहराने पर सबसे पहले देहात क्षेत्र के बाद तहसील स्तर पर विद्युत कटौती की जाएगी। इसके बाद शहर को राहत देने के लिए उद्योगों को भी बंद कराया जा सकता है। निर्बाध विद्युत आपूर्ति वाले शहर के विजयनगर, प्रताप विहार, राजनगर, संजयनगर, कविनगर, गोविंदपुरम, इस्लामनगर, नंदग्राम आदि कई इलाकों में एक से तीन घंटे की अघोषित कटौती जारी है। हालांकि विभागीय स्तर पर जारी होने वाली रिपोर्ट में 23.30 घंटे और देहात क्षेत्र में 17.30 घंटे विद्युत आपूर्ति का दावा किया जा रहा है।
मुख्य अभियंता एसके पुरवार ने बताया कि गर्मी लगातार बढ़ रही है। ऐसे में विद्युत खपत बढ़ने के साथ ही फाल्ट भी बढ़े हैं। जनपद में कहीं भी फाल्ट होने पर बहुत कम समय में विभागीय टीम मौके पर पहुंचकर समय पर ठीक कर रही है। अभी जनपद में किसी तरह का विद्युत संकट नहीं है।