जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने की मीटिंग, कहा- अधिकारीगण खुद तय करें, क्षेत्र अपराध मुक्त हो

क्लू टाइम्स, सुरेन्द्र कुमार गुप्ता। 9837117141 

गाजियाबाद. जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने आज बैठक करते हुए जनपद को अपराध मुक्त कर कानून व्यवस्था कायम करने के उद्देश्य से कलेक्ट्रेट के महात्मा गांधी सभागार में जनपद में व्याप्त अपराध की समीक्षा करते हुए निर्देशित किया कि मा0 मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी की मंशा के अनुरूप जनपद में सुरक्षा एवं सम्मान देने के दृष्टिगत अपराध एवं अपराधियों के प्रति जीरो टोलरेंस तथा प्रदेश में शान्ति एव सौहार्द स्थापित करना हम सब का कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि विधि व्यवस्था का बेहतर ढंग से संधारण करने, नागरिक सुरक्षा को बढ़ाने तथा अपराध की घटनाओं पर नियंत्रण के लिए पुलिस एवं प्रशासनिक पदाधिकारियों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। 



बैठक में उन्होंने लंबित आपराधिक मामलों के निपटारा के लिए सभी स्तर पर पुलिस एवं प्रशासनिक पदाधिकारियों को तेजी लाने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी द्वारा शासकीय अधिवक्तावार वादों में प्रगति की स्थिति की विस्तृत रूप से समीक्षा करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गए। बैठक में गिरोह बंद अधिनियम की धारा 14 (1) के अंतर्गत अवैध रूप से अर्जित चल/अचल संपत्ति की जब्तीकरण की कार्यवाही, माफियाओं/पेशेवर अपराधियों/टॉप 10 अपराधियों के विरुद्ध समक्ष न्यायालयों में लंबित वादों में दोषसिद्ध करने की कार्यवाही सुनिश्चित कराया जाना, महिलाओं एवं बच्चों के विरुद्ध घटित अपराधों में प्रतिमाह जनपद से वादों का निस्तारण कराया जाना जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तार से विचार विमर्श किया गया। उन्होंने पेशेवर अपराधियों के मुकदमों में प्रभावी अभियोजन करते हुए उन्हें सजा दिलाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अपराधियों के विरुद्ध अभियोजन को और मजबूत करने की दिशा में ठोस प्रयास किए जाएं। बैठक में विभिन्न न्यायालयों में लंबित वादों की समीक्षा करते हुए निर्देशित किया गया कि आपराधिक वादों में सरकार की ओर से प्रभावी पैरवी करते हुए अपराधियों को सजा दिलायें। वादों में निर्धारित तिथियों पर गवाहों को सुरक्षित रूप से न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत कराने एवं सभी आवश्यक साक्ष्य प्रस्तुत करते हुए अपराधी को निश्चित रूप से सजा करायें जिससे अन्य आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों में भय बन सके। पोक्सो एक्ट, गुण्डा एक्ट, गैंगस्टर, आबकारी वादों सहित गंभीर अपराधों में दर्ज वादों में अपराधी को शत प्रतिशत सजा दिलाये जाने की कार्यवाही की जाये। उन्होंने कहा कि गंभीर धाराओं में अभियोजित वादों में प्रभावी रूप से पैरवी कर अपराधियों को सजा दिलाये जिससे अन्य अपराधियों में भी भय व्याप्त हो सके। महिलाओं के साथ घटित होने वाले अपराधों में प्राथमिकता पर सजा कराने के लिए विशेष रूप से लक्ष्य बनाकर प्रभावी पैरवी सुनिश्चित की जाये। निर्देशित किया गया जिनके पास अधिक वाद है तथा शीघ्रता से निस्तारित होने वाले वादों को प्राथकिमता पर लेकर निस्तारित कराया जाये जिससे अपराधियों को समय से सजा भी करायी जा सकेेगी और जनपद की प्रगति में भी तेजी आयेगी। उन्होंने कहा कि अपराधी को सजा दिलाना हम सबका दायित्व है इसलिए अपने कर्तव्य का निर्वहन करते हुए आपराधिक मामलों में त्वरित एवं आवश्यक कार्यवाही की जाए। न्यायालय से जारी किये गये समन की तामीला शत प्रतिशत रूप से करायी जाये। बैठक में पुलिस अधीक्षक क्राइम दीक्षा शर्मा, अपर जिलाधिकारी नगर बिपिन कुमार, संयुक्त निदेशक अभियोजन, जिला प्रोबेशन अधिकारी विकास चंद्र, जिला शासकीय अधिवक्ता सहित संबंधित विभागों के जिला स्तरीय अधिकारीगण उपस्थित रहे। गौरव दयाल अपर जिला सूचना अधिकारी गाजियाबाद।