क्लू टाइम्स, सुरेन्द्र कुमार गुप्ता। 9837117141

गाजियाबाद। पर्यावरण संतुलन के लिए पौधारोपण को बढ़ावा देने के लिए अब एक पौधारोपण करने पर ढाई सौ रुपये सालाना मिलेंगे। यह धनराशि पौधारोपण करने वाले व्यक्ति के खाते में सीधे भेजी जाएगी।
प्रभागीय निदेशक, सामाजिक वानिकी गाजियाबाद पीके श्रीवास्तव ने बताया कि फ्रांस में हुए जलवायु परिवर्तन सम्मेलन के बाद केंद्र सरकार द्वारा निर्णय लिया गया है कि वर्ष 2018 के बाद पौधारोपण करने वाले लोगों को संख्या के आधार पर रखरखाव के लिए धनराशि का भुगतान होगा.
यह धनराशि पौधे को काटने एवं बेचने तक हर साल मिलेगी। बढ़ते वायु प्रदूषण और कार्बन-डाइ आक्साइड को अवशोषित करने के लिए अधिक से अधिक पौधारोपण के लिए इस योजना के लिए टाटा एनर्जी रिसर्च इंस्टीट्यूट को मुख्य जिम्मेदारी मिली है। खासकर किसानों को इस योजना से जोड़ने के लिए विशेष जागरूकता अभियान चलाने की तैयारी की जा रही है।
कुछ पौधे की दरें तय
पौधा दर प्रति पौधा
यूकेलिप्टस 400 रुपये
पापुलर 240 रुपये
मेलिया 40 रुपये
शीशम 60 रुपये
तीन साल में गाजियाबाद में हुए पौधारोपण का विवरण
वर्ष पौधारोपण
2018-19 9,68,432
2019-20 13,81,754
2020-21 14,67,256
गाजियाबाद सामाजिक वानिकी के प्रभागीय निदेशक पीके श्रीवास्तव ने बताया कि वायु प्रदूषण को रोकने में पौधे बहुत सहायक होते हैं। हवा में वायु प्रदूषण फैलाने वाले सूक्ष्म कणों को पौधे सोख लेते हैं। पौधे कार्बन डाइ-आक्साइड को सोखते हैं और आक्सीजन देते हैं। अन्य राज्यों से हवा के साथ आने वाले वायु प्रदूषण के कारकों को वन कम करते हैं। ऐसे में अधिक पौधे रोपना जरूरी है। पौधे रोपने से 20 फीसद तक वायु प्रदूषण कम किया जा सकता है। कार्बन फाइनेंस परियोजना से ग्रामीणों का जीवन यापन में बदलाव आएगा।