क्लू टाइम्स, सुरेन्द्र कुमार गुप्ता। 9837117141

गाजियाबाद: बैंक खाता और कार्ड की जानकारी किसी के साथ साझा नहीं करनी चाहिए। जागरूक लोग भी यह नियम अपने बच्चों पर लागू नहीं करते। इसीलिए साइबर अपराधियों ने अब उन बच्चों को निशाना बना रहे हैं, जो आनलाइन गेम खेलते हैं। गेम में लेवल पार कराने, गेम टूल खरीदने और विरोधी से आगे निकलने का झांसा देकर बच्चों को ठगा जा रहा है। अधिकांश बच्चे अपने माता या पिता के डेबिट कार्ड से पेटीएम के जरिए भुगतान कर रहे हैं।
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बच्चों को करते हैं ट्रैक
आनलाइन गेम खेलने वाले बच्चे इंटरनेट मीडिया पर भी सक्रिय रहते हैं और अपने गेम के बारे में पोस्ट करते रहते हैं। जालसाज ऐसे बच्चों की पहचान करते हैं और उन्हें ट्रैक करना शुरू करते हैं। पहले 500-1000 रुपये की रकम की मांग करते हैं और फिर बहाने बनाते-बनाते 10-15 बार पैसे अपने खाते में डलवाते हैं। मना करने पर अतिरिक्त पैसे रिफंड करने का झांसा देते हैं और बच्चा मना करता है तो पहले भेजे पूरे पैसे डूबने की चेतावनी दी जाती है। सीओ का कहना है कि आनलाइन गेम खेलने वाले बच्चों के अभिभावक विशेष सतर्कता बरतें।