निवाड़ी पुलिस ने फर्जी आधार कार्ड बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ कर दिया

क्लू टाइम्स, सुरेन्द्र कुमार गुप्ता। 9837117141

फर्जी आधार कार्ड बनाने वाले दो गिरफ्तार

मोदीनगरनिवाड़ी पुलिस ने गुरुवार को फर्जी आधार कार्ड बनाने वाले दो आरोपितों को गिरफ्तार कर गिरोह का भंडाफोड़ कर दिया। मौके से पुलिस ने फर्जी आधार कार्ड की 19 प्रतिलिपि, थंब स्कैनर, प्रिटर, लैपटाप व तीन मोबाइल बरामद किए हैं। आरोपित अब तक 100 से अधिक लोगों के फर्जी आधार कार्ड बना चुके थे। काफी समय से इस अवैध धंधे में आरोपित लिप्त चल रहे थे। पुलिस ने मामले में मुकदमा दर्ज कर दोनों को जेल भेज दिया है। निवाड़ी थाना प्रभारी मनोज कुमार ने बताया कि गिरफ्तार आरोपित निवाड़ी के गांव झलावा का आसिफ व दिल्ली के प्रताप नगर का हंस है। दोनों पुराने दोस्त हैं। करीब तीन महीने पहले इन्होंने गांव झलावा में ही फर्जी आधार कार्ड बनाने का काम शुरू किया। कुछ दिन पहले मुखबिर से आरोपितों के बारे में सूचना मिली तो पुलिस इन पर निगरानी रखने लगी। आरोपितों के खिलाफ साक्ष्य जुटाने के बाद इन्हें गुरुवार को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि वे आधार कार्ड बनाने के लिए महज दो सौ रुपये शुल्क लेते थे। इसके बाद तमाम साफ्टवेयर के माध्यम से एडिटिग कर आधार कार्ड बना देते थे। उसपर नंबर भी मनमाफिक लिख देते थे। इसी तरह अबतक सौ से अधिक लोगों को आरोपित अपना शिकार बना चुके हैं। इतना ही नहीं, अधिकांश बच्चों के ही आरोपितों ने आधार कार्ड बनाए। चूंकि बच्चों के आधार कार्ड का इस्तेमाल कम होता है। ऐसे में आरोपितों ने सोचा कि उनकी चोरी नहीं पकड़ी जाएगी। 


आसिफ की है सरकारी राशन की दुकान

पुलिस के मुताबिक, आरोपित आसिफ की गांव में ही सरकारी राशन की दुकान है। इसमें ही आरोपित ने फर्जी आधार बनाने का काम शुरू कर रखा था। राशन की दुकान होने के कारण लोग इसपर आसानी से विश्वास कर लेते थे। इतना ही नहीं, आरोपितों ने गांव के लोगों को बता रखा था कि उन्हें सरकार की तरफ से आधार कार्ड बनाने के लिए रखा गया है। राशन बांटने के साथ उन्हें यह जिम्मेदारी दी गई है।

धोखाधड़ी की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर दोनों आरोपितों को जेल भेज दिया गया है। आरोपितों से पूछताछ में कई साक्ष्य पुलिस को मिले हैं। अभी यह भी देखा जा रहा है कि गांव का कोई अन्य व्यक्ति तो गिरोह में शामिल नहीं था। लोगों से अपील है कि इस तरह के लोगों के झांसे में न आएं।

मनोज कुमार, थाना प्रभारी, निवाड़ी