क्लू टाइम्स, सुरेन्द्र कुमार गुप्ता। 9837117141
हर बढ़ते दिन के साथ गर्मी का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। इतनी गर्मी होने के बावजूद भी लोग काम पर जाने के लिए मजबूर है। घर से बाहर निकलते ही लू लगने या हीट स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। इस मौसम में यह समस्या बेहद आम है, लेकिन ध्यान नहीं देने पर यह जानलेवा साबित हो सकती है।
क्या होता है हीट स्ट्रोक?
हीट स्ट्रोक गर्मी के मौसम में होने वाली सबसे आम और गंभीर बीमारी है। इस बीमारी में शरीर का तापमान 10 से 15 मिनट के अंदर 40.0 डिग्री सेल्सियस तक या इससे अधिक बढ़ जाता है जिसकी वजह से सिरदर्द, चक्कर आने जैसी कई समस्याएँ हो सकती हैं। हीट स्ट्रोक के उपचार में देरी की वजह से पीड़ित व्यक्ति की मौत भी हो सकती है।
गर्मी का दिमाग पर पड़ता है बुरा असर
बढ़ते तापमान का असर शरीर के साथ दिमाग पर भी पड़ता है। गर्मी की वजह से दिमाग में असंतुलन पैदा होने की संभावना बढ़ जाती है। इसकी वजह से बोलते समय लड़खड़ाना, बैचेनी, चिड़चिड़ाहट जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। अगर आपको भी ऐसे लक्षण दिखाई दे रहे हैं तो तुरंत डॉक्टर के पास जाकर अपना इलाज करवाएं। मानसिक स्थिति के साथ शरीर के तापमान का अधिक बढ़ना, शरीर की नमी का कम होना और त्वचा का रूखा होना, जी घबराना, उल्टी आना, सांसों का तेज चलना और धड़कनों का बढ़ना जैसे लक्षणों पर भी इस मौसम में विशेष ध्यान दें नहीं तो आपको गंभीर समस्या झेलनी पड़ सकती है।
गर्मी के मौसम के रखें इन बातों का ख़ास ख्याल
- हल्के रंग और हल्के वजन वाले कपड़े पहनें।
- धूप के सीधे संपर्क में आने से बचें। बाहर जाते समय छाता लेकर या टोपी पहनकर जाएँ।
- खूब सारा पानी और जूस जैसे नारियल पानी, नींबू पानी पाएं।
- शराब, सॉफ्ट ड्रिंक्स, एनर्जी ड्रिंक्स जैसी चीजों का सेवन करने से बचें।