क्लू टाइम्स, सुरेन्द्र कुमार गुप्ता। 9837117141

मोदीनगर : मोदीनगर की आदर्श नगर कालोनी में दबिश देने आई देहात एसओजी (स्पेशल आपरेशन ग्रुप) की टीम को स्कार्पियो सवार बदमाश चकमा देकर भाग गए। मुखबिर की सूचना पर टीम ने दबिश दी थी। बदमाशों ने एसओजी की कार देखकर अपनी स्कार्पियो रोकी। जैसे ही टीम कार से उतरकर उन्हें पकड़ने पहुंचे तो बदमाशों ने स्कार्पियो को दौड़ा दिया। एसओजी टीम उन्हें देखती रह गई और वे काफी दूर निकल गए। बताया जा रहा है कि इस दौरान फायरिग भी हुई। मामले में एसओजी के सिपाही की तहरीर पर मोदीनगर थाने में दोनों बदमाशों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज हुई है। दोनों बदमाश लोनी से गैंगस्टर में वांछित हैं। पुलिस इस मामले में कुछ भी बोलने से बच रही है।
दरअसल, देहात एसओजी की टीम को शुक्रवार दोपहर सूचना मिली थी कि आदर्श नगर कालोनी के जाहिद व नाजिम सौंदा रोड पर देखे गए हैं। एसओजी स्थानीय पुलिस के एक दारोगा को साथ लेकर उन्हें पकड़ने के लिए चल दी। जैसे ही टीम सौंदा रोड से आदर्श नगर कालोनी में पहुंची तो सामने से एक स्कार्पियो कार में बदमाश आ रहे थे। उन्होंने एसओजी की कार देखकर अपनी स्कार्पियो रोक ली। स्कार्पियो रुकते ही एसओजी टीम बदमाशों को पकड़ने के लिए कार से निकली और उनके पास पहुंची। इतने ही बदमाशों ने स्कार्पियो को दौड़ा दिया। एसओजी व पुलिसकर्मियों ने पिस्टल निकालकर बदमाशों को चेतावनी भी दी। लेकिन, वे बेखौफ होकर भाग गए। उनका पीछा करने के लिए जैसे ही एसओजी ने यू-टर्न लिया तो उनकी कार का पहिया नाली में फंस गया। इतने उन्होंने पहिये को कार से निकाला। बदमाश वहां से रफू-चक्कर हो गए। एसओजी हाथ मलती रही गई और बदमाश काफी दूर निकल गए। मामले में सिपाही अरुण कुमार की तहरीर पर मोदीनगर थाने में जाहिद व नाजिम के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज हुई है। सीओ मोदीनगर सुनील कुमार ने बताया कि रिपोर्ट दर्ज कर बदमाशों की तलाश शुरू कर दी है।
स्कार्पियो में हथियार होने की चर्चा
- पुलिस सूत्रों की माने तो बदमाशों की स्कार्पियो काले रंग की थी। उसमें हथियार होने की भी चर्चा है। ऐसे में फायरिग की बात से भी इंकार नहीं किया जा सकता। फिलहाल, पूरे मामले पर पुलिस का कोई भी अधिकारी बोलने से बच रहा है बड़ी घटनाओं पर काम करती हैं एसओजी
- जिले में देहात व सिटी की अलग-अलग एसओजी हैं। एक एसओजी एसपी देहात व दूसरी एसपी सिटी के नेतृत्व में काम करती है। बड़ी घटनाओं के पर्दाफाश के लिए इन्हें लगाया जाता है। स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर ये दबिश देती हैं। इलेक्ट्रानिक सर्विलांस आदि से ये लैस होते हैं। शुक्रवार को जिस एसओजी टीम ने दबिश दी, वह देहात क्षेत्र की थी।