ग्रीन टी का पूरा फायदा चाहिए ताे इन बातों का रखें ध्‍यान

 क्लू टाइम्स, सुरेन्द्र कुमार गुप्ता। 9837117141

Green Tea Benefits: ग्रीन टी पीने का सही समय व उसके फायदे।

Benefits of Green Tea ग्रीन टी सेहत के लिए कितनी फायदेमंद है सभी जानते है। लोग वजन घटाने से लेकर त्वचा का ग्लो बनाए रखने के लिए ग्रीन टी का सहारा लेते हैं। ये जानना जरूरी है कि इसे कब पीना चाहिए कब नहीं और कितनी मात्रा में पीना चाहिए।

लखनऊ: आज कल भाग दौड़ भरी जिंदगी में लोग अपनी सेहत का ख्‍याल रखना को मानो भूल ही गए हैं। ऐसे में जब भी लोगों को थोड़ा समय मिलता है उस दौरान वे ग्रीन टी पीना पसंद करते हैं। ग्रीन टी सेहत के लिए कितनी फायदेमंद है इससे कोई भी अंजान नहीं है। लोग वजन घटाने से लेकर त्वचा का ग्लो बनाए रखने तक के लिए ग्रीन टी का सहारा लेते हैं। लेकिन लोगों को ये जानना बहुत जरूरी है कि इसे कब पीना चाहिए और कब नहीं और कितनी मात्रा में पीना चाहिए। हम आपको बताना चाहेंगे कि किसी भी चीज का फायदा लेने के लिए यह बहुत जरूरी होता है कि उसे सही तरीके से खाया या पिया जाए। आज हम ग्रीन टी के बारे में आपको बताने जा रहे हैं।


ग्रीन टी पीते हैं तो इन बातों का रखें ध्‍यान

खाली पेट पीना नुकसानदायक : कभी भी ग्रीन टी खाली पेट नहीं पीना चाहिए। इससे आपको एसिडिटी की समस्या हो सकती है। पहले कुछ हल्‍का खा लें फल या नट्स तभी इसे पिएं। एक कप ग्रीन टी में 24-25 एमजी कैफीन मौजूद होता है। इसका मतलब अगर आप दिन में 4 से 5 कप ग्रीन टी पीते हैं तो कैफीन की मात्रा बढ़ जाएगी। जिसकी वजह से घबराहट, चक्कर, डायबिटीज, कब्ज, अनिद्रा, सीने में जलन जैसी समस्याएं हो सकती है। इसे दिन में दो से तीन ही बार पीना लाभकारी है।

खाने के साथ कभी न लें ग्रीन टी : ग्रीन टी पीना है तो दो खाने के बीच में पिएं। लेकिन, खाने के साथ नहीं। क्योंकि इसमें कैटेकिन मौजूद होता है। जो हमारे शरीर में आयरन के अवशोषित होने में दिक्कत पैदा करता है, जिससे शरीर में आयरन की कमी हो सकती है। इसलिए ग्रीन टी खाने के साथ नहीं पीना चाहिए।

दवाओं के साथ ग्रीन टी इग्‍नोर करें : ऐसी दवाएं जो नर्वस सिस्टम के लिए होती हैं, उन्हें ग्रीन टी के साथ नहीं पिएं। ग्रीन टी कुछ दवाओं के साथ मिलकर नुकसान पहुंचाती है। ग्रीन टी में मौजूद कैफीन नर्वस सिस्टम को प्रोऐक्टिव कर देता है, जिससे हाई ब्लड प्रेशर की समस्या हो सकती हैं।

प्रेग्नेंसी के दौरान न करें इसका सेवन : प्रेग्नेंसी में और उसके बाद भी अगर बच्चे को दूध पिलाती हैं तो ग्रीन टी लेना बिल्‍कुल बंद कर दें। बहुत ज्‍यादा मात्रा गर्भ में पल रहे बच्चे के लिए नुकसानदायक हो सकती है। ग्रीन टी में मौजूद कैफीन दूध के जरिए शिशु तक भी पहुंचता है, जो उसके स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं होता।

प्‍वाइंट्स में जानें ग्रीन टी पीने का सही तरीका

ग्रीन टी भोजन करने के कम से कम 1 घंटे पहले पिएं।

  • ग्रीन टी में टैनिन होता है, भोजन से तुरंत पहले इसे पीने से कब्ज, पेट-दर्द या मिचली की समस्या हो सकती है।
  • सुबह खाली पेट ग्रीन टी पीने से बचना चाहिए। थोड़ा बहुत कुछ खाने के बाद ही ग्रीन का सेवन करें।
  • पूरे दिन में 3 कप से ज्यादा ग्रीन टी न पिएं।
  • कई बार सोने से पहले ग्रीन टी पीने से नींद भी नहीं आती है।
  • ग्रीन टी सुबह और शाम पीनी चाहिए। ऐसा करने से शरीर का मेटाबॉलिज्म तेज होता है।

ग्रीन टी पीने का सही समय

सुबह 10 से 11 बजे के बीच

  • शाम को नाश्ते के बाद 5 से 6 बजे
  • रात को सोने से 2 घंटे पहले ग्रीन टी पी लेनी चाहिए

ग्रीन टी पीने के फायदे (Benefits of Green Tea)

वजन कम करने में मददगार : ग्रीन टी के सेवन से वजन कम होता है औऱ फिटनेस बरकरार रहती है। ग्रीन टी में मौजूद एंटी-आक्सीडेंट, मेटाबालिज्म को बढ़ाकर वजन कम करने में मदद कर सकते हैं। ग्रीन टी के सेवन से मेटाबालिज्म बढ़ता है और कोलेस्ट्रोल पर नियंत्रण रहता है। पैलीफेनोल की मदद से शरीर का भोजन कैलोरी में बदलता है। इससे ऊर्जा मिलती है और वजन नियंत्रण में रहता है।

चिंता करती है कम : ग्रीन टी शरीर के साथ साथ दिमाग के लिए भी बेहद फायदेमंद है। ग्रीन टी चिंता को कम करने के साथ-साथ मस्तिष्क की कार्यप्रणाली में सुधार कर सकती है। इसके अलावा, यह एकाग्रता बढ़ाने में भी सकारात्मक प्रभाव दिखा सकती है। ग्री टी में मौजूद एंटी ऑक्सिडेंट दिमाग में मौजूद सेरेटोनिन का प्रवाह तेज करती है जिससे मानसिक तनाव कम होता है।

प्लाक को करें नियंत्रित : ग्रीन-टी, बैक्टीरियल प्लाक को नियंत्रित करके दांतों को खराब होने से बचा सकती है। ग्रीन-टी में मौजूद पालीफेनोल्स एंटी-प्लाक एजेंट की तरह काम कर मुंह में प्लाक को जमने से रोक सकते हैं।

मधुमेह वालों के लिए लाभकारी : ग्रीन टी के सेवन से टाइप टू डाइबिटीज के रोगियों को बहुत लाभ मिलता है। इसमें मौजूद पैलीफेनाल से ब्लड शुगर का स्तर कम रहता हैं।

कैंसर से बचाव में मददगार : ग्रीन टी में काफी मात्रा में पैलीफेनोल्स होते हैं। ये तत्व कैंसर को जन्म देने वाली कोशिकाओं को न केवल नष्ट करते हैं बल्कि उन्हें बढ़ने से रोकने में भी अहम भूमिका निभाते हैं। शरीर में मौजूद फ्री रेडिकल्स जब कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाते हैं तो ग्रीन टीम में पाया जाने वाला कैटेचिन इन रेडिकल्स को तोड़कर कोशिकाओं को होने वाले नुकसान से बचाता है।

त्वचा के लिए भी फायदेमंद : ग्रीन टी में कैटेचिन नामक पदार्थ पाया जाता है जो एंटी एजिंग का काम करता है। साथ ही रेडिकल को एकत्र होने से रोकता है। वहीं पैलीफेनोल शरीर में नई कोशिकाएं बनाता है और पुरानी कोशिकाओं को कमजोर होने से बचाता है। ये दोनों तत्व मिलकर त्वचा को कमजोर और बूढ़ा होने से बचाती हैं।