हज यात्रा पर इस बार 251 आजमीन ही होंगे रवाना

क्लू टाइम्स, सुरेन्द्र कुमार गुप्ता। 9837117141

गाजियाबाद से उड़ान में सप्ताह भर बाकी, अभी तक नहीं हुई हज ट्रेनिंग की शुरुआत

गाजियाबाद। गाजियाबाद जनपद से हज यात्रा पर इस बार 251 आजमीन ही रवाना होंगे। कोरोना की दहशत और हज कमेटी आफ इंडिया के नियमों की वजह से हज यात्रियों की तादाद कोटे से भी कम रही। हज यात्रा के लिए 31 मई से फ्लाइट सऊदी अरब के लिए उड़ान भरेंगी, लेकिन अभी तक जिले में हज प्रशिक्षण शुरू नहीं हो सका है। कोरोना के कारण पिछले दो साल से हज यात्रा बंद चल रही थी।

इस बार सऊदी अरब से हज के लिए अनुमति मिली है। उत्तर प्रदेश के लिए हज यात्रियों का कोटा 8900 है, जिसके मुकाबले इस वर्ष 8701 आजमीन ही हज यात्रा पर जा सकेंगे। कोटे से भी कम आवेदन होने पर कुर्रा (लाटरी) नहीं हुआ।

आवेदन करने वाले प्रदेश के सभी आजमीन हजयात्रा पर जा सकेंगे, जिसमें गाजियाबाद के 251 आजमीन शामिल हैं। जबकि वर्ष 2019 में गाजियाबाद से 842 आजमीन हज यात्रा पर गए थे। हज यात्रियों ने 81 हजार रुपये की पहली और 1.20 लाख रुपये की दूसरी किश्त जमा की है। अभी तीसरी किश्त भी जमा होगी।

सख्त नियमों की वजह से लक्ष्य से दूर

इस्लाम में रोजा, नमाज के साथ हज भी अहम रुकन है। हज मुबारक पर जाने का हर एक मुसलमान का सपना होता है, लेकिन यह अब आसान नहीं रह गया है। कोरोना संक्रमणकाल के बाद हज यात्रा के लिए नियम सख्त हो गए हैं। 65 वर्ष से अधिक उम्र वाले व्यक्ति की हज यात्रा पर सऊदी सरकार की ओर से ही रोक लगा दी गई। वहीं हज यात्रा भी महंगी हो गई है। कोविड नियमों का पालन करने के लिए कई शर्तें लागू हैं। हज यात्रा के लिए कोटा पूरा नहीं हो सका।

जिला हज ट्रेनर हाजी सलीम ने बताया कि हज प्रशिक्षण के लिए पहले सूची मिलेगी। इसके बाद हज प्रशिक्षण के लिए कार्यक्रम की रुपरेखा तैयार की जाएगी। वर्ष 2019 में प्रशिक्षण हज यात्रियों के फ्लाइट से उडान भरने से 15 से 20 दिन पहले शुरू हो जाया करता था। इस बार अभी तक कोई सूचना नहीं मिली है।