क्लू टाइम्स, सुरेन्द्र कुमार गुप्ता। 9837117141

आज के समय में हर पांच व्यक्ति में से एक व्यक्ति फैटी लिवर की से पीड़ित है। यह बीमारी अधिकतम लोगों को कोई शारीरिक हानि नहीं पहुँचाती पर विशेषज्ञों की मानें तो फैटी लिवर की बीमारी से पीड़ित 1% लोगों का लिवर 15 से 20 साल बाद ख़राब होकर फैल हो सकता है। इसलिए वक़्त रहते इस बीमारी को नियंत्रित करना बहुत जरुरी है।
हल्दी
फैटी लिवर की बीमारी से राहत दिलाने के लिए हल्दी भी एक अच्छा उपाय है। हल्दी में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण मौजूद होते हैं जो लिवर सेल्स को ख़राब होने से बचाते हैं। इसके अलावा हल्दी हमारे शरीर को हानिकारक पदार्थों से बचाने का भी काम करती है।
एलोवेरा
एलोवेरा कई प्राकृतिक गुणों से भरपूर होती है। इसका सेवन करने से शरीर को डिटॉक्स करके उन सभी हानिकारक पदार्थों को बाहर निकालने में मदद मिलती है जो लिवर को नुकसान पहुंचा सकते हैं। एलोवेरा लीवर डिसऑर्डर, एनीमिया, पीलिया जैसी अन्य लिवर की बीमारियों में भी काफी फायदेमंद साबित हो सकती है।
भूमि आंवला
फैटी लिवर की बीमारी में भूमि आंवला का सेवन करने से कई फायदे मिलते हैं। यह एंटीपीयरेटिक और एंटीमलेरिया गुणों से भरपूर होते हैं जो लिवर की काम करने की शक्ति को बढ़ाने में मदद करते हैं। इसके अलावा भूमि आंवला के सेवन से लिवर की सूजन और पीलिया जैसी समस्या भी ठीक हो जाती है।
नट्स
नट्स का सेवन करने से भी फैटी लिवर की समस्या से बचाव हो सकता है। कुछ अध्ययनों में पाया गया है कि नियमित रूप से नट्स का सेवन करने से लीवर एंजाइम के स्तर को बेहतर बनाने में मदद मिलती है। कुछ अध्ययनों में यह भी पता चला है कि अखरोट अमीनो एसिड, ग्लूटाथियोन और ओमेगा 3 फैटी एसिड से भरपूर होते हैं और लिवर के के कार्य में सुधार करते हैं।
लहसुन
लहसुन एंटी बैक्टीरियल गुणों और सेलेनियम से भरपूर होता है। इसका नियमित रूप से सेवन करने से लीवर के डिटॉक्स एंजाइम सक्रिय हो जाते हैं और प्राकृतिक रूप से हानिकारक पदार्थ बाहर निकलने लगते हैं। इसके अलावा लहसुन खाने से हमारे शरीर को और भी कई फायदे मिलते हैं।