पढ़ाई को लेकर छात्रों को जरूरी बातों का ध्यान रखना जरूरी

 क्लू टाइम्स, सुरेन्द्र कुमार गुप्ता। 9837117141

26 अप्रैल से शुरू हो रहीं सीबीएसई बोर्ड की परीक्षाएं।

गाजियाबाद। 26 अप्रैल से सीबीएसई 10वीं व 12वीं की परीक्षाएं शुरू होने जा रही हैं। ऐसे में कई छात्र-छात्रा व अभिभावक बोर्ड परीक्षा को लेकर तनाव में आ जाते हैं। परीक्षा से पहले तैयारी को कैसे लास्ट टच दे सकते हैं? समय प्रबंधन कैसे करें, लिखने का अभ्यास कैसे कर सकते हैं? आदि सवालों को लेकर न्यू रेनबो पब्लिक स्कूल प्रताप विहार की प्रधानाचार्या डा. रुचि गुप्ता से बातचीत।

परीक्षा से एक सप्ताह पहले तैयारी को लास्ट टच कैसे दे सकते हैं?

बच्चों ने पूरे साल में महत्वपूर्ण टापिक्स पर जो नोट्स बनाए हैं उन्हें एक बार अच्छे से पढ़े। कौन से चेप्टर में कितना वैटेज है उसके हिसाब से उस चेप्टर को समय दें। बच्चा पूरा सिलेबस नहीं कर पा रहा हैं तो जो पहले से अच्छा है उसका रिविजन करें और फिर समय बचे तो बाकी को पढ़े लें। सारे सिलेबस के चक्कर में रहेंगे तो जो पहले से तैयार है वह भी भूल जाएंगे। कम वैटेज के प्रश्न को कम समय देकर केवल रिवाइज कर सकते हैं।

लिखने का अभ्यास कैसे किया जाए, जिससे तैयारी में भी मदद मिले और लिखने का अभ्यास भी हो?

जो भी पढ़ा है उसको लिखकर देखें। उत्तर प्वाइंट टू प्वाइंट लिखने का अभ्यास करें। लिखकर चीजें ज्यादा बेहतर याद रहती हैं तो अभ्यास भी हो जाता है। इसके अलावा लिखने के लगातार अभ्यास करने से स्पीड भी बढ़ती है तो पेपर के दौरान कई हाथ में ज्यादा थकान महसूस नहीं होगी। प्वाइंट्स को हाईलाइट कर सकते हैं या अंडर लाइन की पहले से ही आदत डालें।

बोर्ड से ठीक पहले डेली रूटीन कैसे बनाएं और पेपर के लिए टाइम मैनेजमेंट कैसे बनाएं?

न्यू रेनबो स्कूल (प्रताप विहार) की प्रिंसिपल रुचि गुप्ता कहती हैं कि सभी बच्चों का पढ़ने का तरीका अलग-अलग होता है कोई सुबह जल्दी उठकर पढ़ना पसंद करता है तो कोई देर रात तक तो उसी हिसाब से दिनचर्या बनाएं। जितनी देर पढ़ने में मन लगता है उतनी देर पढ़कर बीच में गैप लें। खान-पान पर ध्यान दें। नींद पूरी लेने के साथ योग और मेडिटेशन भी करें। जो हाबी है उसे भी थोड़ा समय दें। इससे तनाव कम रहेगा। पेपर से पहले अब जो भी समय बचा है रोज सुबह पेपर की तरह बैठ जाएं और टाइमर लगाकर सैंपल पेपर साल्व करें। देखें कि निर्धारित शब्दों को कितने समय में लिख पा रहे हैं। प्रश्न के अंकों और निर्धारित शब्दों के हिसाब से पहले ही टाइम मैनेज करें। सीबीएसई की वेबसाइट पर सैंपल पेपर उपलब्ध हैं या फिर बाजार से भी खरीद सकते हैं।

परीक्षा के दौरान तनावमुक्त रहना जरूरी।

एमएमजी अस्पताल के मनोविज्ञानी डा. अनिल विश्वकर्मा ने बताया कि नियमित अध्ययन करना जरूरी है जिससे अंतिम दिनों में सारा सिलेबस बोझ नहीं बनेगा। हर बच्चे की अलग क्षमता होती है। अंतिम दिनों में ज्यादा तनाव न लेकर रिविजन पर ध्यान दें। पेपर के दिन सुबह उठकर खुद को शांत रखने की कोशिश करनी है। साथियों से ज्यादा बात करने की जरूरत नहीं है। परीक्षा पर ध्यान केंद्रित करें। अंतिम घंटों पर कुछ शार्ट नोट्स का रिविजन करें। ज्यादा तनाव न लें इससे जो याद है उसे भी नहीं लिख पाएंगे। समय प्रबंधन बनाकर पेपर में लिखें।

पूर्व टापर के टिप्स-

कक्षा-12 (2019-20) की पूर्व टापर रिद्धिमा शर्मा का कहना है कि परीक्षा से पहले तनाव मुक्त रहना जरूरी है। इसके अलावा लिखने का अभ्यास और रिविजन ज्यादा से ज्यादा करें। जब मन न करे तो उस समय किताब लेकर बैठने से कोई फायदा नहीं है। जो हाबी है उसे भी समय दें। पढ़ाई के दौरान बीच-बीच में गैप भी लेते रहें। सैंपल पेपर साल्व करके प्रैक्टिस करना काफी फायदेमंद रहता है। इससे समय प्रबंधन सही बन पाता है।

बच्चों पर न बनाएं दबाव

अभिभावक सौरभ गर्ग ने कहा कि देखने में आता है कि आजकल बच्चों पर टापर रहने का अच्छे अंक लाने का बहुत ज्यादा दबाव होता है तो बहुत जरूरी है कि बच्चों पर किसी तरह का दबाव न बनाया जाए। बच्चे को समझाना जरूरी है कि वह पेपर की आराम से तैयारी करें। अच्छी मेहनत करेंगे तो परिणाम जो भी हो वह उनके साथ हैं। बच्चों को मोटिवेट करना बहुत जरूरी है। उन पर किसी भी तरह का दबाव न बनाया जाना उचित नहीं है। बच्चों का रुटीन बनाने में पढ़ाई में जो मदद हो वह भी करना जरूरी है।