मुख्य चिकित्साधिकारी की नर्सिंग होमों से जोरदार उघाई?

क्लू टाइम्स, सुरेन्द्र कुमार गुप्ता। 9837117141

नर्सिंग होम दे रहें हैं मानकों के अभाव में मरीजों को दावत 

मोदीनगर . आजकल नगर में नर्सिंग होम कुकर मुत्तों की तरह खुल गये है और खुल रहे है ? साथ- साथ मानकों के अभाव में दुर्घटनाओं की संभावनाओं को भी बढ़ावा देने में पीछे नहीं हैं । स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की लापरवाही एवं सुविधा शुल्क के चलते अपना इलाज करा रहे हैं । प्रशासनिक अधिकारी भी न मालूम क्यों इस ओर ध्यान नहीं देते हैं, जबकि किसी भी आपदा से निपटने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों का कार्य है ।


देश में बड़ रहे अग्नि काण्डों से अग्नि शमन अधिकारी, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी एवं प्रशासनिक अधिकारी भ्रष्टाचार के चलते इस ओर से आँखें चुराये मूक दर्शक बने बैठे हैं । यदि हमारे देश के लेखपाल, प्रशासनिक अधिकारी , पुलिस विभाग भ्रष्टाचार च एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी पर भ्रष्टाचार का अंकुश लग जाये तो हमारे देश में भ्रष्टाचार ना के बराबर रह जाएगा ?


नर्सिगहोमों का रजिस्ट्रेशन करते समय भी स्वास्थ्य विभाग भ्रष्टाचार के चलते इस ओर कोई ध्यान नहीं देता है । अग्नि शमन विभाग से एवं संबंधित प्राधिकरण से सम्पूर्ण अनापत्ति भी जारी नहीं कराया जाता है । नर्सिंग होमों में सेट बैक नहीं है, समुचित पानी की टंकी नहीं है, अधिकांश नर्सिंग होम में डोजल व बिजली से चलने पम्प तक नहीं हैं । नर्सिंग होमों में मरीजों के आवागमन के समुचित व्यवस्था तक नहीं हैं, नर्सिंग होमों में छोटे -छोटे कमरे छोटी गैलरी के आमने सामने मिलेंगे ।जहाँ पर आपात स्थिति में मरीजों व तिमारदारों का आवागमन बहुत ही मुश्किल हो जाएगा । मानक तो बहुत है पर आज इतना ही । स्वास्थ्य विभाग की चाहिए कि नर्सिंग होमों का रजिस्ट्रेशन करने से पूर्व मानकों को पूरा करा ले, जिससे दुर्घटनाओं में जान माल की हानि न हो ।