क्लू टाइम्स, सुरेन्द्र कुमार गुप्ता। 9837117141
एक आधिकारिक सूत्र ने बताया कि बैठक गृह मंत्रालय में हुई जिसमें देश में चल रहे कोयले और बिजली की स्थिति के मुद्दों पर गंभीरता से चर्चा हुई। माना जा रहा है कि एक घंटे से अधिक समय तक चली बैठक में चार मंत्रियों ने बिजली संयंत्रों को कोयले की उपलब्धता और वर्तमान बिजली मांगों पर चर्चा की।
आपको बता दें कि अखिल भारतीय बिजली इंजीनियर महासंघ (एआईपीईएफ) ने देशभर के कोयला-आधारित बिजली उत्पादन संयंत्रों में कोयले की समुचित आपूर्ति नहीं होने से आने वाले दिनों में बिजली संकट पैदा होने की आशंका जताई। जिसके बाद तत्काल प्रभाव से केंद्रीय गृह मंत्री ने मौजूदा स्थिति पर चर्चा की।
कई विद्युत स्टेशनों में गंभीर स्थिति में है कोयला भंडार
एआईपीईएफ के प्रवक्ता वीके गुप्ता ने बताया था कि तापीय विद्युत संयंत्रों को कोयले की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित न किए जाने पर देश को बिजली संकट का सामना करना पड़ सकता है। बयान में केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण (सीईए) की नवीनतम दैनिक कोयला रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा था कि घरेलू कोयले का इस्तेमाल करने वाले कुल 150 ताप-विद्युत स्टेशनों में से 81 में कोयले का भंडार गंभीर स्थिति में है। निजी क्षेत्र के ताप विद्युत संयंत्रों की स्थिति भी उतनी ही खराब है, जिनके 54 में से 28 संयंत्रों में कोयले का भंडार गंभीर स्थिति में है।