"नव वर्ष पर आर्य समाज की चुनोतियाँ" पर गोष्ठी सम्पन्न

क्लू टाइम्स, सुरेन्द्र कुमार गुप्ता। 9837117141

बढ़ता पाखण्ड,अंधविश्वास, गुरुडमवाद गंभीर प्रश्न चिन्ह -आचार्य विद्याप्रसाद मिश्र

महर्षि दयानंद समग्र क्रांति के अग्रदूत थे -डॉ.विकास अग्रवाल


गाजियाबाद
, केन्द्रीय आर्य युवक परिषद् के तत्वावधान में नववर्ष विक्रमी संवत 2079 व 148 वें आर्य समाज स्थापना दिवस पर "नववर्ष पर आर्य समाज की चुनोतियाँ" विषय पर ऑनलाइन गोष्ठी का आयोजन किया गया । यह कोरोना काल मे 380 वां वेबिनार था।


वैदिक विद्वान आचार्य विद्या प्रसाद मिश्र ने कहा कि इतनी किताबी शिक्षा के बाद भी समाज में बढ़ता पाखण्ड व अंधविश्वास चिंता का विषय है।लोग सत्य व तर्क की कसौटी पर निरीक्षण नहीं करते।गुरुडम बढ़ रहा है और कई गुरु जेल यात्रा भी कर रहे हैं। समाज में इन सबके प्रति जागृति लाना हर आर्य समाजी का कर्तव्य है सोचने समझने विचार करने की दशा बदलनी होगी।सत्य कोई युग काल हो वह सत्य ही रहता है । बिल्ली रास्ता काट गई व विवाह के रास्ते में यदि नदी पड़ रही है तो यह कहना सेहरा नदी पार करने के बाद बंधेगा ऐसी अनेको बातों को दैनिक जीवन में हम देखते हैं जो संशय व भय पैदा करती हैं और लोग शिकार होते है।इन बातों से बचना चाहिए।

मुख्य अतिथि भाजपा नेता डॉ. विकास अग्रवाल ने कहा कि महर्षि दयानंद सरस्वती महान चिंतक थे उन्होंने तर्क की तलवार दी कि पहले सोचो फिर करो। उन्होंने कहा कि आर्य समाज समाज सुधार आंदोलन है,साथ ही यह राष्ट्र वाद की प्रेरणा देता है।

केन्द्रीय आर्य युवक परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल  आर्य ने कहा कि आज हिन्दू समाज के सामने अनेक चुनोतियाँ हैं आर्य समाज हिन्दू समाज को संगठित कर उनका निराकरण करेगा।

 अध्यक्ष सोहन लाल आर्य ने आजादी की लड़ाई में आर्य समाज के योगदान की चर्चा की । राष्ट्रीय मंत्री प्रवीण आर्य ने नववर्ष की सभी को बधाई देते हुए अपनी संस्कृति पर गर्व करने का आह्वान किया।हापुड़ से आनन्द प्रकाश आर्य ने भी शुभकामनाएं देते हुए स्वामी दयानंद को इतिहास पुरूष की संज्ञा दी।

गायक रविन्द्र गुप्ता,पिंकी आर्या, बिंदु मदान, आशा आर्या,रचना वर्मा, ईश्वर देवी,जनक अरोड़ा, प्रतिभा कटारिया,रजनी चुघ, सुशांता अरोड़ा, विमल चड्डा, सुमित्रा गुप्ता आदि ने मधुर भजन प्रस्तुत किये।