क्लू टाइम्स, सुरेन्द्र कुमार गुप्ता। 9837117141
![Ghaziabad News: आनलाइन ठगी के शिकार लोगों को पैसे वापस दिलाएगी साइबर सेल (File Photo)](https://www.jagranimages.com/images/newimg/03042022/03_04_2022-ghaziabad_police_22594639.jpg)
गाजियाबाद। चोर लुटेरों के आतंक पर नकेल कसने में भले ही गाजियाबाद पुलिस नाकाम हो रही है, लेकिन यहां की साइबर सेल ठगों को पकड़ने के साथ ही पीड़ितों को उनके पैसे भी दिला रही है। साइबर सेल ने इसे आपरेशन कैशबैक नाम दिया है। इसका उद्देश्य साइबर जालसाजों के पीड़ितों को उनका पैसा वापस दिलाना है।
सीओ साइबर अभय कुमार मिश्र ने बताया कि यह प्रक्रिया लगातार चल रही है। इस साल 31 मार्च तक 43.34 लाख रुपये पीड़ितों के खाते में वापस कराए गए हैं। चैत्र नवरात्र के अवसर पर इस कार्य को आपरेशन कैशबैक नाम दिया गया है ताकि साइबर सेल इस काम को और प्रभावी तरीके से करे। शनिवार को कई पीड़ित साइबर सेल पहुंचे और सीओ के साथ साइबर सेल प्रभारी सुमित कुमार व उनकी टीम के सभी सदस्यों का आभार व्यक्त किया।
यूपीआइ के जरिए निकाले गए थे रुपये
सुमित कुमार ने बताया कि बीते साल साइबर सेल ने 85 लाख रुपये से अधिक की रकम पीड़ितों को वापस कराई थी। इस साल अभी तक 62 लोगों के खाते में ठगी की रकम वापस आ चुकी है। इस साल वापस कराई गई रकम यूपीआइ ट्रांजेक्शन के जरिए निकाली गई थी, जबकि पहले कार्ड क्लोनिंग के जरिए हुई ठगी के पैसे ही वापस होते थे।
उन्होंने बताया कि किसी भी तरह की ठगी होने के 72 घंटे से पहले यदि बैंक को सूचना पहुंच जाए तो ठगी से बचा जा सकता है। इसके लिए ठगी होने की सूचना तुरंत पुलिस को दें। साइबर सेल पहुंची गुरजीत कौर ने बताया कि उन्हें नेटफ्लिक्स सब्सक्रिप्शन खत्म होने का ई-मेल आया था। काम में व्यस्त होने के कारण उन्होंने तुरंत लिंक पर क्लिक कर डिटेल्स भर दीं और ओटीपी डालते ही उनके खाते से 1.20 लाख रुपये कट गए थे, जो अब वापस आ गए हैं।
अगर आपको कोई व्यक्ति खुद को पुलिस, बैंक अधिकारी या अन्य किसी विभाग का अधिकारी बताकर काल करे और आपके बैंक अकाउंट की जानकारी मांगे तो कभी न दें। संदिग्ध लगते ही फोन काट दें, ज्यादा बातचीत नुकसान पहुंचा सकती है। किसी उपहार के चक्कर में न फंसे। ओटीपी किसी को न बताएं।