जिले के लोगों का कहना बढ़ते अपराध को कमिश्नरी व्यवस्था रोक सकती है

क्लू टाइम्स, सुरेन्द्र कुमार गुप्ता। 9837117141

गाजियाबाद के लोगों ने कमिश्नरी व्यवस्था पर अपनी राय दी है।

गाजियाबाद। जिले में बढ़ते अपराधों की रोकथाम और समय की मांग है कि जिले में नोएडा व लखनऊ की तर्ज पर कमिश्नरी व्यवस्था लागू हो जाए। जिले के गणमान्य लोग भी कमिश्नरी व्यवस्था से जिले में बढ़ रहे अपराध में रोकथाम का एक मात्र विकल्प बता रहे हैं। उनका कहना है कि कमिश्नरी व्यवस्था लागू होने से जिले में अपराध में निश्चित ही सुधार होगा और पुलिस व्यवस्था भी बेहतर बन सकेगी।


व्यवस्था लागू होने से यातायात सुधार की तरफ भी कदम उठाए जा सकेंगे और महिला अपराध पर काबू पाने के लिए भी पुलिस मजबूती से काम कर सकेगी। लोगों का कहना है कि जल्द से जल्द इस व्यवस्था को जिले में लागू किया जाना अति आवश्यक है।

हालात में निश्चित रूप से सुधार होगा। इसका उदाहरण नोएडा, कानपुर और लखनऊ हैं। अपराध में कमी आएगी। जहां भी यह लागू हुआ वहां लाभ मिला। यहां गुंडा माफिया बहुत हैं। अपराध के साथ सिफारिशों पर भी लगाम लगेगी। - तिलकराज अरोड़ा, प्रदेश महासचिव व्यापार मंडल

बहुत जरूरी है इससे अपराध पर अंकुश तो लगेगा ही। इसके अलावा यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों पर भी लगाम लगेगी। इससे यातायात व्यवस्था में भी सुधार होगा। राजनगर चलता-फिरता बार बन जाता है। इससे बेहद सुधार की उम्मीद है। - प्रदीप कुमार, राष्ट्रीय सचिव आइआइए

जिले के सबसे बड़े पुलिस अधिकारी को निलंबित करने के बाद सिहानी नूरनगर में बैंक लूट की घटना होती है। इससे अपराध रुकना असंभव है। कमिश्नरी सिस्टम के साथ नामी-गिरामी बदमाशों का एनकाउंटर किया जाए।

 - डा. राजीव गर्ग, आइएमए अध्यक्ष


कोरोना के बाद से अपराध काफी ज्यादा बढ़ गया है। जिले में अपराध नियंत्रित करने के लिए शासन को जो भी उचित लगता है किया जाना चाहिए। कमिश्नरी व्यवस्था लागू होना जरूरी भी हो गया है। इससे अपराध पर अंकुश लगने की उम्मीद बढ़ जाएगी। - रिचा सूद, मैने¨जग डायरेक्टर, रायल किड्स स्कूल