आर्थिक बदहाली से गुजर रहा पाकिस्‍तान इस वजह से बढ़ा रहा भारत से दोस्ती! पीएम मोदी को पत्र लिख अपने देश में ही घिरे शहबाज

 क्लू टाइम्स, सुरेन्द्र कुमार गुप्ता। 9837117141

आर्थिक बदहाली से गुजर रहा पाकिस्‍तान इस वजह से बढ़ा रहा भारत से दोस्ती! पीएम मोदी को पत्र लिख अपने देश में ही घिरे शहबाज

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शहबाज शरीफ और पीएम मोदी के पत्र से ऐसा लग रहा है कि दोनों देशों के रिश्तों में एक नई शुरुआत हो सकती है। पाकिस्तानी डिप्लोमैटिक सूत्रों की मानें तो ये कोशिश दोनों ही पक्षों में तनावपूर्ण संबंधों के कारण वर्षों से रिश्तों पर जमी बर्फ को पिघलाने की इच्छा की ओर इशारा कर रही है।

भारत और पीएम मोदी के खिलाफ जहहीरे बयान दे रहे इमरान खान सरकार की विदाई के साथ पाकिस्तान भले ही सियासी संकट से निकल गया हो। लेकिन आर्थिक कंगाली और विदेशी मदद कहे या भीख वाला कटोरा वहीं छोड़ गए हैं। अब भीख वाला कटोरा नये प्रधानमंत्री और पीएमएनएल एन नेता शहबाज शरीफ ने भी उठा लिया है ताकि कहीं से भी पाकिस्तान को बस फंड मिल जाए। इसके लिए वो किसी के भी पांव पर गिरने के लिए तैयार हैं, चाहे वो भारत ही क्यों न हो। 

पीएम मोदी का बधाई संदेश 

शहबाज शरीफ भारत को हमेशा कोसते रहे हैं लेकिन पीएम बनने के बाद उनके सुर बदल गए हैं। वहीं पड़ोसी होने के नाते शहबाज शरीफ के प्रधानमंत्री बनने पर पीएम मोदी ने न केवल ट्वीट करके उन्हें  बधाई दी बल्कि एक औपचारिक खत भी लिखा था। पीएम मोदी ने शरीफ को पाकिस्तान का प्रधानमंत्री चुने जाने पर बधाई दी और कहा कि भारत क्षेत्र में शांति एवं स्थिरता चाहता है जो आतंकवाद से मुक्त हो जिससे “हम अपनी विकास चुनौतियों पर ध्यान केंद्रित कर सकें और अपने लोगों की भलाई एवं समृद्धि सुनिश्चित कर सकें। इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी की तरफ से पाक पीएम को औपचारिक पत्र भी लिखा गया। 

पाक के नए पीएम ने जताया आभार

पाकिस्तान के नवनियुक्त प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने  पीएम मोदी के बधाई संदेश का जवाब देते हुए शरीफ ने ट्वीट किया, “पाकिस्तान भारत के साथ शांतिपूर्ण और सहयोगात्मक संबंध चाहता है। जम्मू-कश्मीर सहित लंबित विवादों का शांतिपूर्ण समाधान अपरिहार्य है। आतंकवाद से लड़ने में पाकिस्तान का बलिदान सबको पता है। आइए शांति सुनिश्चित करें और अपने लोगों के सामाजिक-आर्थिक विकास पर ध्यान दें।” इसके साथ ही पीएम मोदी के खत का भी उन्होंने जवाब दिया है। मेरे पीएम बनने पर बधाई के लिए धन्यवाद पीएम मोदी। पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर समेत सभी मुद्दों का शांतिपूर्ण हल चाहता है। आतंकवाद से लड़ने में पाकिस्तान ने जो बलिदान दिया है, वो सभी को पता है। आइए साथ मिलकर शांति सुनिश्चित करें और अपने लोगों के सामाजिक-आर्थिक विकास पर ध्यान दें। पाकिस्तान भारत के साथ शांतिपूर्ण और सहयोगात्मक संबंधों का पक्षधर है।

भारत पाक रिश्ते में तनाव

साल 2019 के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्तों में खटास आ गई है। साल 2019 में पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर आतंकी हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे। इसके बाद भारत ने कार्रवाई की और बालाकोट एयरस्ट्राइक में जैश-ए-मोहम्मद के कैंप्स को ध्वस्त कर दिया। इसके बाद से रिश्ते दोनों देशों के बीच खराब चल रहे हैं। शहबाज शरीफ और पीएम मोदी के पत्र से ऐसा लग रहा है कि दोनों देशों के रिश्तों में एक नई शुरुआत हो सकती है। पाकिस्तानी डिप्लोमैटिक सूत्रों की मानें तो ये कोशिश दोनों ही पक्षों में तनावपूर्ण संबंधों के कारण वर्षों से रिश्तों पर जमी बर्फ को पिघलाने की इच्छा की ओर इशारा कर रही है। कंगाल पाकिस्तान सोच रहा है कि उसे अपनी आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए भारत मदद कर सकता है। 

अपने ही देश में घिरे शहबाज

शहबाज शरीफ के पीएम मोदी को लिखे पत्र को लेकर निशाना साधते हुए अब्दुल बासित ने इसे एक कमजोर प्रधानमंत्री की प्रतिक्रिया करार दिया है। बासित ने ट्वीट करते हुए लिखा कि कश्मीर कोई मुद्दा नहीं बल्कि विवाद है। पीएण मोदी ने अपने बधाई संदेश में आतंकवाद का जिक्र किया था। लेकिन कश्मीर में भारत के राज्य पोषित आतंकवाद का क्या? कमांडर कुलभूषण जाधव का क्या? पाकिस्तान को इस तरह क्षमा याचना की जरूरत नहीं।