नगर पंचायत निवाड़ी जनपद गाजियाबाद में अनियमितताएँ ही अनिमितताएँ, है कोई संबंधित अधिकारी सुनने वाला -?

 क्लू टाइम्स, सुरेन्द्र कुमार गुप्ता। 9837117141

मोदीनगर . नगर पंचायत निवाड़ी में अधिशासी अधिकारी के भ्रष्टाचार एवं अनियमितताओं  के चलते काफी आर्थिक  क्षति पहुँची है ,जो कि अधिनियम -1916 व शासनादेश का घोर उल्लंघन है । लेकिन न मालूम क्यों संबंधित अधिकारी ने इस ओर क्यों नहीं ध्यान दिया ऐसा प्रतीत होता है कि भ्रष्टाचार की बहती नैया संबंधित अधिकारी भी लिप्त हैं ।

स्वच्छ भारत के अन्तर्गत प्राप्त अनुदान से व्यकितगत शौचालय हेतु किये गये भुगतान से संबंधित पत्रावलियाँ भ्रष्टाचार के चलते जांच हेतु प्रस्तुत नहीं की गयी । पंचायत द्वारा शासन को भेजे गए स्वच्छ भारत मिशन के अनुदान के उपयोग प्रमाण- पत्र एवं अवशेष की स्थिति वर्ष 2018- 19 तक में वर्ष 2018- 19 का अवशेष रू0 98,68,,642,=00 दिखाया गया था, जब कि बैंक शेष के अनुसार यह धनराशि रू0 96,29, 878 =96 थी ।जिसमें रू0 2,38, 768 =04 का अस्पष्ट अन्तर था 

भारतीय स्टेट बैंक शाखा निवाड़ी के खाता संख्या 11552102060 एवं 11552102080 में विगत वर्षों से कोई लेन-देन नहीं हो रहा था, इस खाते से संबंधित पास बुक/ स्टेट मेन्ट पंचायत के पास जांच में अनुपलब्ध थे । 


यह है कि 31 मार्च 19 को रोकड़बही शेष रू0 6,25, 14,306 =53 तथा बैंक शेष रू0 6,98,67,839,=29 था । रू0  73,53 ,532=76 का बहुत अधिक था, जिसका समाधान नहीं किया गया । इतना ही नहीं बैंक समाधान विवरण तैयार नहीं किया गया था । जिसके अभाव में ज्ञात नहीं हो सका कि 31 मार्च 19 को अभुने चैकों की धनराशि कितनी थी । रोकड़बही को अध्यक्ष एवं अधिशासी अधिकारी द्वारा प्रमाणित नहीं किया गया । रोकड़बही में दैनिक योग एवं संतुलित भी नहीं किया गया था ।रोकड़बही में मासिक एवं वार्षिक लेखाबन्दी भी अधिशासी अधिकारी द्वारा नहीं की गयी । यह अनियमित लेखा नियमों के विरुद्ध है । 

जो अधिशासी अधिकारी अपने विभाग का लेखा- जोखा सही ढंग से  नहीं रख सकता है,तो वह उस पद लायक के  भी नहीं हैं, जिस पर वह बैठा है ।

जनहित एवं शासन हित में अधिशासी अधिकारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाये और जांच की जाये ।