ऐसी सुबह का इन्तजार (कविता)

क्लू टाइम्स, सुरेन्द्र कुमार गुप्ता। 9837117141


ऐसी सुबह का इन्तजार.......

इतनी आस्था इतना विश्वास 

इतनी भक्ति इतनी पूजा अर्चना 

फिर भी इन्सान परेशान 

अपराधों की भरमार

नफरत की सीमा पार

फिर भी आस है उस सुबह की 

जब हम चैन से होंगे 

आशाओं के दीप जलेंगे 

उम्मीदों के फूल खिलेंगे

ऐसी सुबह का इन्तजार है 


अनिला सिंह आर्य