ट्विटर बनेगा चीन की नई प्रोपोगेंडा मशीन? क्या है मस्क का ड्रैगन कनेक्शन, Amazon के मालिक ने क्यों उठाए सवाल

  क्लूटाइम्स, सुरेन्द्र कुमार गुप्ता। 9837117141ट्विटर बनेगा चीन की नई प्रोपोगेंडा मशीन? क्या है मस्क का ड्रैगन कनेक्शन, Amazon के मालिक ने क्यों उठाए सवाल

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जेफ ने न्यूयॉर्क टाइम्स के रिपोर्ट का ट्वीट शेयर करते हुए सवाल उठाया कि क्या मस्क के ट्विटर का मालिक बनने से इसपर चीन का दबदबा बढ़ेगा। बेजोस ने यह ट्वीट न्‍यूयॉर्क टाइम्‍स के एक पत्रकार के ट्वीट पर किया जिनका कहना था कि मस्‍क की टेस्‍ला कंपनी चीन पर बुरी तरह से निर्भर है।

जेफ बेजोस ने क्यों  उठाया सवाल

जेफ ने न्यूयॉर्क टाइम्स के रिपोर्ट का ट्वीट शेयर करते हुए सवाल उठाया कि क्या मस्क के ट्विटर का मालिक बनने से इसपर चीन का दबदबा बढ़ेगा। बेजोस ने यह ट्वीट न्‍यूयॉर्क टाइम्‍स के एक पत्रकार के ट्वीट पर किया जिनका कहना था कि मस्‍क की टेस्‍ला कंपनी चीन पर बुरी तरह से निर्भर है। चीन टेस्‍ला का दूसरा सबसे बड़ा बाजार है। चीन के निर्माता मस्‍क की कंपनी को बैटरी के कलपुर्जे की सप्‍लाई करते हैं।

मस्क का चीन कनेक्शन

चीन एलक मस्क की इलेक्ट्रिक गाड़ियों का सबसे बड़ा मार्केट है। चीन में मस्क की कंपनी टेस्ला के गाड़ियों के उत्पादन औऱ कमाई में तेजी देखने को मिली है। यही वजह है कि मस्क और चीन के संबंध बेहद करीबी रहे हैं। चीन दुनिया का सबसे बड़ा इलेक्ट्रिक गाड़ियों का मार्केट है। टेस्ला की पहली विदेश फैक्ट्री यहीं खुली थी। 2019 में टेस्ला ऐसी पहली विदेशी कार कंपनी बनी थी, जिसे चीन में पूरी तरह उसके मालिकाना हक वाली कार फैक्ट्री लगाने की इजाजत मिली थी। 2019 में टेस्ला ने शंघाई में गीगा शंघाई नाम से अपनी सबसे बड़ी फैक्ट्री खोली थी। इस फैक्ट्री को खोलने के लिए मस्क को 1.3 अरब डॉलर का भारी-भरकम लोन चीन के कई बैंकों ने दिया था। 2021 में टेस्ला द्वारा बनाई गई 9.36 लाख गाड़ियों में से आधे से ज्यादा, यानी 4.73 लाख गाड़ियों का उत्पादन शंघाई स्थित गीगा फैक्ट्री में हुआ था। इस दौरान टेस्ला की कुल कमाई में से 24.8% चीन से हुई। 2021 में भी चीन टेस्ला का दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा बाजार रहा था। 

ट्विटर और चीन 

चीन ने साल 2019 में ट्विटर, व्हाट्सअप, फेसबुक और इंस्टाग्राम को ब्लॉक कर दिया था। हालांकि बैन के बावजूद भी कुछ चीनी कंपनियां और नेशनल मीडिया ट्विटर का इस्तेमाल करते हैं। चीन के विदेश मंत्रालय ने भी दिसंबर 2019 से ट्ववीट करना शुरू किया था। तब से ही चीन के कई सरकारी और मीडिया एकाउंट प्रोपोगैंडा चलाने का काम करते है। पेड प्रमोशन के जरिये झूठा प्रचार करते रहे हैं। साल 2019 में ट्विटर ने चाइनीज स्टेट मीडिया के पेड प्रमोशन पर रोक लगा दी थी। साल 2020 में ट्विटर ने चीनी मीडिया पर चीन स्टेट एफिलेटेड मीडिया का टैग लगाया था। जिसके बाद उसकी रीच घट गई थी।  अब मस्क के ट्विटर को टेक ओवर करने के बाद चीन के प्रति उसकी नीतियां भी बदल सकती है। जिसके परिणाम स्वरूप ड्रैगन को अपना प्रोपोगैंडा चलाना आसान हो जाएगा।