गलत लाइफस्टाइल और खान-पान में गड़बड़ी की वजह से आज कल हर दूसरा व्यक्ति हॉरमोनल इमबैलेंस की समस्या से पीड़ित हैं। हॉरमोनल इमबैलेंस की समस्या बेहद ही आम हैं पर यह आम समस्या कई गंभीर समस्या को बढ़ावा देती हैं। इसलिए वक़्त रहते हॉरमोनल इमबैलेंस की समस्या को कंट्रोल करना बेहद जरुरी है।
हॉरमोनल इमबैलेंस के लक्षण
- नींद की कमी या बिल्कुल भी नींद नहीं आना।
- अचानक वजन का बढ़ना।
- गैस, कब्ज जैसी समस्या होना।
- हर समय थका हुआ महसूस करना।
- हर समय तनाव, चिंता और चिड़चिड़ापन महसूस करना।
- ज्यादा प्यास लगना।
- ज्यादा ठंड या गर्मी लगना।
- बालों का झड़ना और पिंपल निकलना।
- बहुत पसीना आना।
- सेक्स की इच्छा में कमी होना।
- अनियमित पीरियड्स होना।
हॉरमोनल इमबैलेंस कंट्रोल करने के उपाय
- जब किसी के शरीर में हॉरमोन्स का बैलेंस बिगड़ जाता है तो उस व्यक्ति को प्रोटीन डायट लेने की सलाह दी जाती है। अगर आप नॉनवेज खाते हैं तो आप अंडे और चिकन का सेवन कर सकते हैं। अगर आप वेजीटेरियन हैं तो दाल और सोयाबीन का सेवन कर सकते हैं।
- हॉरमोनल बैलेंस करने के लिए आप अपनी डाइट में ग्रीन टी शामिल कर सकते हैं। ग्रीन टी में थियानाइन नामक प्राकृतिक तत्व पाया जाता है। यह तत्व हॉरमोनल बैलेंस करने में मदद करता है।
- हॉरमोनल बैलेंस करने के लिए आप अपनी डाइट में सूरजमुखी के बीज और सूखे मेवे भी शामिल कर सकते हैं। इनमें मौजूद ओमेगा 3 व 6 हार्मोन्स के संतुलन को बनाए रखने में मदद करता है।
- हॉरमोनल इमबैलेंस को ठीक करने के लिए अपनी दिनचर्या में एक्सरसाइज या योग शामिल करें। आपका शरीर जितना एक्टिव रहेगा हॉर्मोन्स उतने कंट्रोल में रहेंगे।
- हॉरमोनल इमबैलेंस को ठीक करने के लिए अच्छी डाइट लें। आप ओट्स, दही, नारियल पानी, ताज़ा फल और सब्जियों का सेवन कर सकते हैं।