
द्वारका पुलिस ने एक ऐसे जालसाज दंपति को गिरफ्तार किया है जो रेलवे में टेंडर दिलाने के नाम पर लोगों को करीब 20 करोड़ रुपये का चूना लगा चुका था। धोखाधड़ी करने वाले एक दंपति को पुलिस ने राजस्थान के जयपुर से गिरफ्तार किया है। पुलिस के हत्थे चढ़ा यह दंपति पांच अपराधिक मामले में शामिल था। पुलिस की मानें तो आरोपी दंपति बीते पिछले पांच साल से रेलवे और अन्य सरकारी विभाग में टेंडर दिलाने के बहाने लोगों से ठगी कर रहा है। पीड़ितों से मिली शिकात के बाद मामला दर्ज कर पुलिस पिछले करीब तीन साल से इनकी तलाश कर रही थी।
गिरफ्तार आरोपियों में द्वारका सेक्टर 15 निवासी अभिषेक अग्रवाल (38) व मीनाक्षी अग्रवाल (34) शामिल हैं। यह दंपति अच्छी सोसायटी में रहता था। लग्जरी गाड़ी से चलता और महंगे इलैक्ट्रोनिक गैजेट भी अपने पास रखता था। दंपति यह दावा करता था उनके भारत सरकार में अच्छे संपर्क हैं। ये कहीं पर भी कांट्रेक्ट दिलवा सकते हैं। इनके रहने की स्टाइल और विश्वास को देख बहुत से लोग उनके झांसे में आ गए। दंपति ने इसका फायदा उठाते हुए काम करवाने के बदले में कई लोगों से करीब बीस करोड़ रुपए ऐंठ लिए। रकम हड़पने के बाद ये अंडरग्राउंड हो गए और मोबाइल भी स्वीच ऑफ कर दिए।
डीसीपी विक्रम सिंह ने बताया कि पुलिस टीम इस जालसाज दंपति के बारे में काफी समय से जानकारी जुटा रही थी। इनके नंबरों को सर्विलांस पर रखा गया था, जो कि स्वीच ऑफ थे। लेकिन जांच के दौरान यह पता चला कि यह दंपति के जयपुर में ठहरा हुआ है। इसके बाद वहां छापेमारी कर पुलिस टीम ने इन दोनों को पकड़ लिया। आरोपी दंपति मूलरुप से बिहार का रहने वाला है। इनकी गिरफ्तारी से पुलिस ने धोखाधड़ी के पांच केस सुलझाने का दावा किया है। ये सभी केस दिल्ली में शालीमार बाग, डाबड़ी, उतम नगर, द्वारका नार्थ थाना व क्राइम ब्रांच में दर्ज थे। पूछताछ में आरोपियों ने बताया इनके निशाने पर पॉश इलाके में रहने वाले बड़े बिजनेसमैन या प्रॉपर्टी डीलर होते थे। वे खुद के भारत सरकार में बड़े अफसरों से अच्छे लिंक होने का दावा कर सरकारी टेंडर दिलाने के बहाने लाखों रुपए लोगों से ऐंठते थे। बहरहाल पुलिस अब इनसे पूछताछ कर इनके पूरे नेटवर्क को खंगालने में जुट गई है।