भारत में यूक्रेन के राजदूत डॉ इगोर पोलिखा ने कहा कि यह मुगलों द्वारा राजपूतों के खिलाफ किए गए नरसंहार की तरह है। उन्होंने आगे कहा कि हम नरेंद्र मोदी जी समेत दुनियाभर के प्रभावशाली नेताओं से मदद की अपील कर रहे है।
इसी बीच उन्होंने कहा कि हमने मानवीय सहायता के तौर-तरीकों पर चर्चा की। यह सहायता शुरू करने के लिए हम भारत के आभारी हैं। पहला विमान आज पोलैंड में उतरने की उम्मीद है। मुझे विदेश सचिव द्वारा आश्वासन दिया गया था कि यूक्रेन को अधिकतम मानवीय सहायता मिलेगी।
इससे पहले डॉ इगोर पोलिखा ने कहा था कि हम अपने सभी विदेशी साझेदारों से अनुरोध कर रहे हैं कि युद्ध रोकने के लिए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर दबाव डालें। उन्होंने कहा था कि यूक्रेन के शरणार्थियों की संख्या 4 लाख को पार कर गई है। अगर युद्ध नहीं रुका तो यह संख्या 70 लाख तक पहुंच सकती है। बॉर्डर पर बहुत लंबी कतारें हैं। लाखों यूक्रेनियन कतार में खड़े हैं और वह लोग बॉर्डर पार करने की कोशिश कर रहे हैं।