युद्ध के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने व्लादीमीर पुतिन से बातचीत की थी नरेंद्र मोदी और व्लादिमीर पुतिन के बीच के रिश्ते अच्छे हैं और युद्ध के दौरान दोनों की बातचीत को लेकर कई बड़े मायने निकाले जा रहे हैं
रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध आरंभ होने के बाद मोदी और पुतिन के बीच यह तीसरी वार्ता होगी जबकि जेलेंस्की से उनकी दूसरी दफ़ा बात होगी। आपको बता दें कि इससे पहले यूक्रेन के राष्ट्रपति ने भी भारत से रूस से बात करने की अपील की थी। भारत लगातार दोनों देशों से बातचीत के जरिए विवाद का हल निकालने को कह रहा है। भारत शांति और समाधान के पक्ष में है। हालांकि रूस द्वारा सैन्य कार्रवाई शुरू किए हुए 12 दिन हो गए हैं। बावजूद इसके दोनों देश पीछे हटने को तैयार नहीं है। यूक्रेन के कई हिस्सों पर उसका कब्जा हो गया है। रूस ने तो यह भी दावा किया है कि उसने यूक्रेन के सैन्य ठिकानों पर अपना कब्जा ठोक दिया।