वेस्टइंडीज की ओर से निकोलस पूरन और रोमन पॉवेल के शानदार बल्लेबाजी की। बावजूद इसके वेस्टइंडीज इस मैच को जीत नहीं पाया। निकोलस पूरन के आउट होने के बाद बल्लेबाजी करने आए कप्तान कीरोन पोलार्ड भी कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाए।
आखरी के ओवर में भुवनेश्वर कुमार और हर्शल पटेल ने अच्छी गेंदबाजी की। भुवनेश्वर कुमार ने ही निकोलस पूरन को आउट किया जबकि आखिरी ओवर में हर्षल पटेल ने शानदार गेंदबाजी का प्रदर्शन किया। भारत की ओर से रवि बिश्नोई, भुवनेश्वर कुमार और यूज़वेंद्र चहल को एक-एक विकेट हासिल हुई। दीपक चाहर महंगे साबित हुए। भारत को पहली सफलता 34 रन पर ही मिल गई थी। दूसरी सफलता 59 रनों पर मिली। इससे पहले कोहली ने 41 गेंदों पर 52 रन जबकि पंत ने 28 गेंदों पर नाबाद 52 रन बनाये। इन दोनों ने समान रन बनाने के साथ समान सात-सात चौके और एक-एक छक्का भी लगाया। पंत ने वेंकटेश अय्यर (18 गेंदों पर 33 रन, चार चौके, एक छक्का) के साथ पांचवें विकेट के लिये 35 गेंदों पर 76 रन की महत्वपूर्ण साझेदारी की। वेस्टइंडीज की तरफ से रोस्टन चेज ने 25 रन देकर तीन विकेट लिये।
रोहित शर्मा (18 गेंदों पर 19 रन) ने शेफर्ड के इस ओवर में छक्का जड़कर पावरप्ले में भारत का स्कोर एक विकेट पर 49 रन पर पहुंचाया, लेकिन भारतीय कप्तान शुरू में मिले जीवनदान का फायदा नहीं उठा पाये और ऑफ स्पिनर चेज के पहले शिकार बने। ब्रैंडन किंग ने इस बार कैच लेने में गलती नहीं की। सूर्यकुमार यादव (आठ) को अपनी ही गेंद पर कैच करने वाले चेज ने कोहली को टर्न पर गच्चा देकर बोल्ड किया। कोहली ने हालांकि इससे पहले इसी ओवर में लांग ऑन पर छक्का लगाकर टी20 अंतरराष्ट्रीय में अपना 30वां अर्धशतक पूरा किया था। कोहली अपनी पारी के आखिर में स्पिनरों के सामने खुलकर नहीं खेल पाये थे लेकिन पंत और अय्यर को ऐसी कोई परेशानी नहीं हुई। गेंदबाजी में लगातार परिवर्तन कर रहे कीरोन पोलार्ड 15वां ओवर करने आये तो पंत ने उन पर तीन चौके लगाये। उन्होंने और अय्यर ने होल्डर पर छक्के लगाकर उनका गेंदबाजी विश्लेषण बिगाड़ा। पंत ने आखिरी ओवर में अपना अर्धशतक पूरा किया। लेकिन इशान किशन सलामी बल्लेबाज के रूप में फिर से प्रभावित नहीं कर पाये। वह रन बनाने के लिये संघर्ष करते रहे और शेल्डन कोटरेल की गेंद पर प्वाइंट पर आसान कैच देने से पहले उन्होंने 10 गेंदों पर दो रन बनाये।