हिजाब के विवाद में गौर करने वालीएक बात

हिजाब के विवाद में एक बात जो बहुत गौर करने वाली है, वह यह है कि केवल मुस्लिम युवतियाँ, अपने मजहब को जिन्दा रखने के लिए, इस्लाम के अनुसार पोशाक पहन कर स्कूल या काॅलेज आने देने की माँग कर रही हैं !!                मुस्लिम युवक क्यों नहीं कह रहे हैं कि हम भी कुर्त्ता, ऊँचा पाजामा और जालीदार, गोल टोपी पहन कर स्कूल, कालेज आयेंगे ? क्या उन्हें अपने मजहब की चिन्ता नहीं है ? क्या वे मजहबी नहीं हैं ??      

   बस यहीं पर इनका पेंच फँस गया है, यदि इन्होंने कुर्त्ता, ऊँचा पाजामा और जालीदार, गोल टोपी पहन कर स्कूल या काॅलेज आने की माँग कर दी, तो फिर ये लव जिहाद वाले एजेंडे पर कैसे काम करेंगे, हिन्दू लड़कियों का शिकार कैसे करेंगे ? बस यही कारण है कि वे अपने लिए उपर्युक्त मजहबी पोशाक की माँग नहीं कर रहे हैं और इस विषय पर वे चुप हैं।